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शादी के नाम से युवाओं में बढ़ा एंजायटी डिसऑर्डर, चौंकाने वाले खुलासे

Anxiety disorder in youth increases: शादी का नाम सुनते ही घबराहट, घोड़ी की नहीं थेरेपी की जरूरत है। टेली मानस पर युवाओं के शादी से जुड़े डर के बढ़ते कॉल चिंता की घंटी बजा रहे हैं। (mp news)

भोपाल

Akash Dewani

Jun 20, 2025

ओडिशा : एसटी की युवती की एससी के युवक से शादी (प्रतीकात्मक फोटो)

mp news: युवाओं में शादी को लेकर एंजाइटी डिसऑर्डर बढ़‌ने लगा है। वे पत्नी के माता-पिता को साथ नहीं रखने, बात-बात पर लड़ाई करने, तलाक की स्थिति बनने जैसी आशंका से डर रहे हैं। एक केस में तो एक युवा ने इंदौर में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद यह डर बढ़ने की बात कही है। डॉक्टरों की काउंसलिंग के बाद वह शादी के लिए लड़की देखने को राजी हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि पहले शादी को लेकर यह एंजाइटी डिसऑर्डर लड़कियों में ही सामने आता था। अब लड़के भी पीड़ित हैं। कई युवा तो 38 साल की उम्र के बाद भी शादी के लिए तैयार नहीं होते। किसी घटना से ऐसी सोच गलत है। (Anxiety disorder in youth increases)

मानसिक रोग ट्रीटमेंट व काउंसलिंग के लिए शुरु किए गए निशुल्क टैली मानस कॉल सेंटर्स में ढाई साल में 1 लाख 21 हजार कॉल पहुंचे। कॉल सेंटर ग्वालियर मानसिक रोग चिकित्सालय व शा. मानसिक रोग चिकित्सालय बाणगंगा इंदौर में हैं। कॉल करने वालों ने उदासी, अवसाद, परीक्षा, कार्यस्थल संबंधी तनाव, नींद में गड़बड़ी, चिंता, नशा, गुस्सा, डर जैसी समस्याएं सबसे अधिक बताई।

मानसिक समस्या को लेकर आए कॉल

121000 कॉल ढाई साल में
53507 कॉल 2024 से पहुंचे
27240 कॉल इंदौर में
26267 कॉल ग्वालियर में
5038 कॉल टेली मानस पर आए (मई में)
2758 कॉल इंदौर से
2284 कॉल ग्वालियर से

ये दिक्कतें आई सामने

  • युवती- नए परिवार से समन्वय, जॉब की आजादी नहीं रहना, पति से लड़ाई, शादी पर अधिक खर्च, पति के नशा करने व मारपीट का डर।
  • युवक- आजादी छिनने, जिम्मेदारी उठाने, माता-पिता से व्यवहार निभाने, परिवार को महत्त्व न देने का डर।

मानसिक रोग चिकित्सक डॉ. वैभव चतुर्वेदी ने बताया कि शादी को लेकर एंजाइटी के केस पहले से आ रहे हैं। इनमें लड़कियों की संख्या अधिक रहती थी, लेकिन अब लड़के भी एंजाइटी डिसऑर्डर का शिकार हो रहे हैं। उनकी काउंसलिंग की जा रही है। परिवार को भी समझाया जाता है कि जल्दबाजी के बजाय मर्जी होने पर ही शादी की जाए।

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किस वर्ग के लोग के अंदर ज्यादा डर

उम प्रतिशत
0-12 वर्ष- 1.8%
13- 17 वर्ष- 7.1%
18-45 वर्ष- 74.8%
46-64 वर्ष- 13.3%
65 से अधिक 3%

एंजाइटी डिसऑर्डर से ग्रसित हो रहे युवा

हमारे पास 34 साल के युवा के परिजन का कॉल आया था। पता चला कि पेशेंट तीन साल से शादी को लेकर एंजाइटी डिसऑर्डर से पीड़ित था। इंदौर की घटना के बाद वह और अधिक डर गया था। उसकी काउंसलिंग की और ट्रीटमेंट भी दिया।- डॉ. कृष्णा मिश्रा, प्रभारी, टेली मानस इंदौर

डॉक्टर ने बताए ये मामले

  • केस-1: इंदौर के पास के जिले के 34 वर्षीय युवक को शादी को लेकर एंजाइटी थी। राजा व सोनम केस के बाद एंजाइटी बढ़ गई। उसे लगने लगा कि शादी के बाद मेरे साथ भी ऐसा हुआ तो क्या होगा। मनोचिकित्सक ने उसकी काउंसलिंग की।
  • केस-2: 24 वर्षीय युवती दो साल से जॉब कर रही थी। उसे लगा कि शादी के बाद जॉब छोड़नी पड़ेगी। इससे हुए तनाव के बाद उसने शादी से इनकार कर दिया। दूसरी बार भी ऐसा हुआ तो परिजन उसे मनोचिकित्सक के पास लेकर गए। इसके बाद जिस लड़के से रिश्ता तय हुआ था, उससे व उसके परिवार से बात की उन्होंने जॉब से कोई परेशानी नहीं होने की बात कही। इसके बाद लड़की शादी के लिए राजी हुई।
  • केस-3: 36 साल का युवा तीन साल से शादी से इनकार कर रहा था। परिजन को पता चला कि वह अपनी आजादी खोने को लेकर चिंतित है। मनोचिकित्सक की दो से तीन काउंसलिंग के बाद लड़का शादी के लिए तैयार हुआ।
  • केस-4: 28 साल की युवती तीन साल से शादी से इनकार कर रही थी। तनाव व डर से वह अनिद्रा, चिड़चिड़ाहट का शिकार हो गई। काउंसलिंग में उसने मनोचिकित्सक को बताया कि पिता की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे महंगी शादी कर सकें। परिजन ने कम खर्च में शादी की बात बेटी से कही। बेटी के लिए परिचय सम्मेलन में वर तलाशा और लड़के वालों की रजामंदी से सामूहिक विवाह समारोह में विवाह कराया।