9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भोपाल-इंदौर में पांच IT कंपनियां मिलकर बनाएंगी ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर, होगा जबरदस्त फायदा

MP News: मध्यप्रदेश में तकनीक और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नीतियों का असर अब दिखने लगा है। फरवरी में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद राज्य को साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्षेत्र में 2500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

less than 1 minute read
Google source verification
CM Mohan Yadav, MP News

CM Mohan Yadav(सोर्स: सीएम मोहन यादव X)

MP News: मध्यप्रदेश में तकनीक और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नीतियों का असर अब दिखने लगा है। फरवरी में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद राज्य को साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्षेत्र में 2500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इससे 30 हजार से अधिक रोजगार अवसर सृजित होंगे। भोपाल और इंदौर में पांच प्रमुख कंपनियां डिजिटल कंसल्टेंसी, मेडिकल टेक्नोलॉजी, आइटी व फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर स्थापित कर रही हैं।

शहरों में होगा तकनीकी विकास

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियां टियर-2 शहरों को भी तकनीकी विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही हैं। ड्रोन, सेमीकंडक्टर, आइटी और स्पेस-टेक जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए विशेष नीतियां लागू की गई हैं। नीति संवाद में वर्ल्ड बैंक और गूगल प्रतिनिधियों ने मप्र को लाइटहाउस स्टेट बनाने के सुझाव दिए। उन्होंने एआई और क्लाउड तकनीक से राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात कही।

सेमीकंडक्टर सेक्टर को बढ़ाने बनेगा केंद्र

भोपाल में 85.51 करोड़ की लागत से आइआइएसईआर में एआइ-एनेबल्ड ड्रोन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बन रहा है, जहां तीन वर्षों में 200 से अधिक शोधकर्ता और ड्रोन विशेषज्ञ तैयार होंगे। वहीं एबीवी-ट्रिपल आइटीएम ग्वालियर में 14.67 करोड़ की लागत से सेमीकंडक्टर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है, जो ग्रीन चिप टेक्नोलॉजी और क्वांटम हार्डवेयर पर अनुसंधान करेगा। इससे सेमीकंडक्टर उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।