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बन गई नई सड़क, PWD ने किया 387 km की सड़कों पर काम

MP News: राजधानी भोपाल में आबादी और क्षेत्र विस्तार के साथ सड़कों की लंबाई और चौड़ाई भी बढ़ रही है। पीडब्ल्यूडी ने बीते एक साल में 387 किमी सड़कों पर काम हुआ।

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Farmers took out a tractor rally to protest the Indore-Ujjain Green Field Corridor.

Farmers took out a tractor rally to protest the Indore-Ujjain Green Field Corridor. (फोटो सोर्स: पत्रिका)

MP News: राजधानी भोपाल में आबादी और क्षेत्र विस्तार के साथ सड़कों की लंबाई और चौड़ाई भी बढ़ रही है। पीडब्ल्यूडी ने बीते एक साल में शहर में 25 किमी नई सड़क बनाई। हर साल करीब 12 किमी लंबाई की नयी सड़कें पीडब्ल्यूडी तैयार करता है। लेकिन इस साल 13 किमी ज्यादा नयी सड़कें शहरवासियों को मिलीं। बीते एक साल में 387 किमी सड़कों पर काम हुआ।

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सड़क पर सालाना 50 करोड़ खर्च

सड़क नई बनाना हो या फिर नवीनीकरण, उन्नयन या फिर चौड़ीकरण करना हो शासन शहर पर औसतन 50 करोड़ रुपए खर्चें करता है। ये राशि सिर्फ पीडब्ल्यूडी की है। इसमें यदि बीडीए, हाउसिंग बोर्ड, नगरीय निकाय को भी शामिल करें तो बजट करीब 100 करोड़ के पास होगा।

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खराब सड़कों की हो जांच

सालाना 300 किमी से अधिक लंबाई की सड़कों पर काम होता है। 50 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च की जाती है, बावजूद इसके आमजन टूटी सड़कों(News Road built in MP) से गुजरने को मजबूर हैं। शहर के लोगों का कहना है कि सड़के खराब हैं तो करोड़ों रुपए का खर्च कहां किया जा रहा, इसकी जांच की जरूरत है। नर्मदापुरम रोड की सर्विस लेन से लेकर करोद रोड, भानपुर सर्विस लेन, 11 मिल तिराहे की सड़कें सबसे अधिक खराब हैं। इनकी मरमत की ज्यादा जरूरत है।

भोपाल में सड़कें

  • 573 किमी सड़कें पीडब्ल्यूडी की
  • 268 सड़कें हैं कुल पीडब्ल्यूडी की
  • 400 किमी सड़कें परफॉर्मेंस गारंटी में
  • 4000 किमी लंबी सड़कें नगर निगम की

शहर में सड़क सुधार और निर्माण के लिए विभाग तय

शहर में सड़क सुधार और निर्माण के लिए विभाग तय हैं। सभी के पास बजट है और लगातार प्रस्ताव व कार्य चलते रहते हैं। ये नियमित व सतत काम है। पीडब्ल्यूडी का लक्ष्य लोगों को आवाजाही का बेहतर माध्यम देना है।- केपीएस राणा, इएनसी, पीडब्ल्यूडी