
mp rajya sabha election 2024: मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए नामांकन भरने की अंतिम तारीख से एक दिन पहले भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। जैसा की माना जा रहा था कि भाजपा इस बार भी चौंकाने वाला नाम ला सकती है, इसलिए मध्यप्रदेश के कई दिग्गज नेताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री जॉर्ज कुरियन को उम्मीदवार बना दिया।
21 अगस्त 2024 को राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने का आखिरी दिन है। भाजपा ने अपना राज्यसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के लोकसभा में जाने के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक मात्र सीट पर केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन का नाम फाइनल कर दिया गया।
राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से जो नाम तैर रहे थे, उनमें अचानक से एक नाम चर्चाओं में आया है, वो है केंद्रीय मंत्री राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन (George Kurian) का। केरल के रहने वाले कुरियन भाजपा के कई बड़ी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। फिलहाल वे मंत्री होने के बावजूद किसी सदन के सदस्य नहीं है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) का भी नाम चर्चाओं में था।
तमिलनाडू के नेता एवं केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री एल मुरुगन पहले से ही मध्यप्रदेश के जरिए राज्यसभा सांसद हैं। ऐसे में पहले ही माना जा रहा था कि भाजपा एक और बाहरी उम्मीदवार को राज्यसभा में भेज सकती है।
मध्यप्रदेश से राज्यसभा जाने वालों में जिन नेताओं के नाम चर्चाओं में थे, उनमें गुना से पूर्व सांसद केपी सिंह यादव, पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र, जयभान सिंह पवैया, कांग्रेस से भाजपा में आए सुरेश पचौरी, कांतदेव सिंह के नाम थे। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और माधवी लता (madhavi latha) के नाम की भी चर्चा रही।
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा थी कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (smriti irani) को राज्यसभा में भेजा जा सकता है। क्योंकि भाजपा को विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए एक तेज तर्रार महिला की जरूरत है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव हार गई थी।
मध्यप्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र (dr narottam mishra) सरकार के प्रवक्ता भी रहे हैं। वे पिछले कुछ समय से भाजपा की न्यू ज्वाइनिंग टोली के संयोजक भी है। उनके रहते कई कांग्रेस नेता टूटकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वे बेबाकी से विपक्ष को जवाब देने में भी माहिर हैं। नरोत्तम मिश्रा अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। इसलिए इनका नाम भी काफी दिनों से चर्चाओं में रहा।
सिंधिया के लोकसभा में जाने के बाद पूर्व सांसद केपी यादव भी दावेदार थे। केपी यादव की चर्चा इसलिए भी थी क्योंकि अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि भविष्य में हम केपी यादव की सेवाएं केंद्र की राजनीति में लेंगे।
Updated on:
20 Aug 2024 03:54 pm
Published on:
20 Aug 2024 12:53 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
