
MPPSC Assistant Professor- मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने सरकारी कालेजों में 1600 सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल और क्रीड़ा अधिकारी की भर्ती निकाली थी। इसकी परीक्षा होने से पहले ही निरस्त कर दी गई है। तीन मार्च से शुरू होने वाली इस परीक्षा को निरस्त करने के लिए एमपीपीएससी ने पत्र जारी किया है।
एमपीपीएससी ने तीन मार्च से होने वाली सहायक प्राध्यापकों की भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया है। 1600 पदों पर होने वाली इस भर्ती में ग्रंथपाल और क्रीड़ा अधिकारी के पद भी शामिल थे।
एमपीपीएससी (mppsc) ने पत्र में कहा है कि इसे कुछ समय बाद तारीख घोषित की जाएगी। जब से सहायक प्राध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया है, तभी से रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा देने वाले कालेजों के अतिथि विद्वानों ने इसका विरोध किया था और अपने अधिकारों से संरक्षित करते हुए भर्ती के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट भी दायर कर दी गई थी। आयु और आरक्षण को लेकर प्रकरण अब भी हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसके कारण मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया है। अतिथि विद्वान लगातार अपने नियमितीकरण की मांग कर रहे थे और काफी समय से लड़ाई लड़ रहे हैं।
अतिथि विद्वान महासंघ के पदाधिकारी डा. आशीष पांडे के मुताबिक 1600 पदों की भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से विादि हो गई है, आयु में छूट, रोस्टर, अतिथि विद्वानों को 25 प्रतिशत शीट के संबंधित मामले कोर्ट में लंबित हैं। डा. पांडे ने बताया कि 2017 की विवादित भर्ती से ज्यादा विवादित वर्तमान की सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा है। सरकार को पहले अतिथि विद्वानों को नियमित करना चाहिए।
Published on:
01 Mar 2024 03:45 pm
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