
भोपाल। उपचुनाव के तहत मुंगावली में बुधवार को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो गई। मतगणना के दौरान एक खास बात सामने आई कि कांग्रेस प्रत्याशी व भाजपा प्रत्याशी दोनों अपने गांवों से जीते हैं।
इसमें कांग्रेस प्रत्याशी अपने गृह गांव सूरेल से 250 मतों से आगे रही, जबकि भाजपा प्रत्याशी भी अपने गृह गांव अमरोद से 72 मतों से आगे रही।
कांग्रेस के कब्जे में थी सीटें...
मुंगावली में भाजपा ने बाईसाहब यादव और कांग्रेस के बृजेन्द्र सिंह यादव मैदान में हैं| वहीं कोलारस में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी देवेंद्र जैन और कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव के बीच है।
दोनों ही सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था, कोलारस में कांग्रेस के रामसिंह यादव और मुंगावली से पार्टी के ही महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के कारण ये उपचुनाव हुए हैं।
अब तक ये रहा है इन सीटों का मिजाज...
प्रदेश में 14 साल के भाजपा शासनकाल में अभी तक 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, जिनमें से भाजपा ने 19 सीटों पर जीती, जबकि कांग्रेस महज 7 सीट ही जीत पाई। जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी ने जीती थी।
उपचुनाव में खास बात यह ही है कि अभी तक कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल में 3 उपचुनाव हुए हैं और तीनों पर कांग्रेस जीती है। 2009 में भिंड जिले की गोहद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के रणवीर जाटव जीते। पिछले साल भिंड में अटेर विधानसभा उपचुनाव भी कांग्रेस के हेमंत कटारे ने जीता। 24 फरवरी को जिन दो विधानसभा सीट कोलारस एवं मुंगावली में उपचुनाव हुए हैं, वे भी कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में है। यहां दोनों दलों के बीच चुनाव में कड़ी टक्कर रही है।
वहीं मतगणना के दौरान मतगणना स्थल पर भाजपा प्रत्याशी नहीं पहुंची जबकि कांग्रेस प्रत्याशी विजेंद्र सिंह यादव यहां उपस्थित रहे।
सुबह 8 बजे: कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई वोटों की गिनती। सबसे पहले पोस्टल बेलेट की गिरती हुई।
सुबह 8.46 बजे: डाक मतपत्रों की गिनती में 23 में से 21 मतपत्र अमान्य किए गए हैं।
Published on:
28 Feb 2018 09:47 am
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