22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फिर गर्माया बहुचर्चित शहला मसूद हत्याकांड, इस बार यह है कारण

फिर गर्माया बहुचर्चित शहला मसूद हत्याकांड, इस बार यह है कारण

2 min read
Google source verification
shehla masood murder case

फिर गर्माया बाहुचर्चित शहला मसूद हत्याकांड, इस बार यह है कारण

भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में साल 2011 में हुए आरटीआई एक्टिविस्ट शहला मसूद के बहुचर्चित हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आगया है। इस बार इसके सामने आने का कारण हत्याकांड में शामिल आरोपी शाकिब डेंजर है। दरअसल, शाकिब डेंजर को हाईकोर्ट से 20 दिन के लिए ज़मानत दे दी है। शहला मसूद की हत्या के आरोप में शाकिब डेंजर को निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा का ऐलान किया था। शाकिब के वकील एडवोकेट राजेन्द्र पंडित ने पत्रिका को बताया कि, उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। इसपर हाईकोर्ट ने पांच लाख रुपए की जमानत पर शाकिब को 20 दिनों के लिए अपनी बेटी की शादी कार्यक्रम में शामिल होने की इजाज़त दी है। बता दें कि, 15 सितंबर को शाकिब की बेटी भोपाल में शादी होनी है।

यह था बाहुचर्चित शहला मसूद हत्याकांड

बता दें कि, 16 अगस्त 2011 को राजधानी भोपाल की बड़ी आरटीआई एक्टिविस्ट 38 वर्षीया शहला मसूद की उसके घर के बाहर कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले को लेकर जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी इस केस की कड़ियां उलझने लगीं इस बीच मीडिया के दबाव में आकर प्रदेश सरकार ने 19 अगस्त 2011 को यह जांच सीबीआई को सौंप दी।

जैसे जैसे सीबीआई की जांच आगे बढ़ी इसमें कई सनसनीखेज़ खुलासे हुए एक अप्रत्याशित प्रेम त्रिकोण भी सामने आया, जिसने जांच की पूरी दिशा बदल दी। इस प्रेम त्रिकोण में शामिल पात्र थेः प्रेम दीवानी जाहिदा परवेज, जिसकी शादी भोपाल के सबसे रईस बोहरा खानदान में हुई थी. आशिक मिजाज ध्रुव नारायण सिंह, जो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार के पूर्व राज्यपाल गोविंद नारायण सिंह के बेटे हैं और तेजतर्रार शहला मसूद, जो इवेंट मैनेजमेंट प्रोफेशनल होने के साथ आरटीआइ एक्टिविस्ट भी थीं।

हत्या में शाकिब की भूमिका

सीबीआई के वकील सोहन लाल नागर ने तर्क दिए कि मुख्य आरोपी जाहिदा परवेज के कहने पर शाकिब ने ही शूटर इरफान और ताबिश को कानपुर से बुलाया और अपने घर रखा था। इन्होंने तीन दिन तक शेहला के घर की रैकी की। उसके बाद रिवाल्वर व तीन कारतूस भी दिए। इरफान व ताबिश ने शाकिब के कहने पर शेहला की हत्या की। शाकिब भी घटनास्थल के पास मौजूद था। वकील ने अदालत से कहा- वारदात के बाद तीनों एक जगह इकट्ठा हुए, जहां जाहिदा कार में आई। उसने इरफान को तीन लाख रुपए दिए और सीबीआई जांच में यह भी सामने आया कि, जाहिदा ने शाकिब को पांच लाख रुपए की सुपारी दी थी।