मौसम विभाग की मानें तो बुधवार से आसमान एक बार फिर साफ होने जा रहा है। इसकी वजह से आगामी दो दिनों तक तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। हालांकि, गर्मी की प्रभाव बहुत ज्यादा नहीं हो सकेगा। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। वहीं, एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है। प्रदेश में जिसका प्रभाव 27-28 मई से दिखाई देने लगेगा। इसके बाद यहां एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होगा। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा और सागर और उसके आसपास इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है। हालांकि, इंदौर संभाग को अभी प्री-मानसूनी बारिश के लिए कम से कम एक हफ्ते और इंतजार करना पड़ सकता है।
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यहां सक्रीय थे तीन सिस्टम
बता दें कि, मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर में एक सिस्टम सक्रीय है। राजस्थान से अरब सागर तक ट्रफ लाइन बनी हुई है साथ ही झारखंड के ऊपर चक्रवाती घेरा होने के कारण ग्वालियर-चंबल, सागर, जबलपुर, रीवा और सतना में तेज हवाएं चलीं। इसी के चलते जबलपुर में आंधी-बारिश से पेड़ उखड़ गए। सतना में मकान का छज्जा गिरने से 2 लड़कियों सहित 3 की मौत हो गई।
इस बार छत्तीसगढ़ की तरफ से होगी प्री-मानसून की एंट्री
प्री-मानसून का दो दिन का ब्रेक 25 और 26 को रहेगा। 27 से नया सिस्टम बन रहा है। इससे प्रदेश में फिर से बादल आने शुरू हो जाएंगे। इस बार बारिश छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में होगी। पहले शहडोल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल के कुछ इलाकों में होगी। इस बार भी बारिश की मेहरबानी पूर्वी मध्यप्रदेश यानी जबलपुर-चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और जबलपुर में रहेगी। इंदौर को अभी करीब एक सप्ताह और राहत की बूंदों का इंतजार करना पड़ सकता है।
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