
भोपाल. राजधानीवासियों का इस दीपावली स्वाद कुछ अलग ही होगा। क्योंकि, इस बार परंपरागत मिठाइयों और चाकलेट्स के अलावा मिलेट्स यानी मोटे अनाज की मिठाइयां, कुकीज और बिस्कुट बाजार में हैं। बाजरे की मिठाइयां और कार्न के लड्डू लोगों को खूब भा रहे हैं। कई बड़ी फूड कंपनियों के आउटलेट्स पर मिलेट्स के स्पेशल फूड भी बिक रहे हैं।
पारंपरिक पंसदीदा व्यंजन
दुकानदार त्योहारी सीजन में रागी, फॉक्सटेल बाजरा और अन्य प्रकार के मोटे अनाजों का उपयोग पारंपरिक मिठाइयों और नमकीन के बनाने में कर रहे हंै। बाजरा-आधारित नमकीन के साथ ही इस बार दीपावली में गेहूं का हलवा, पंधारी लड्डू, कंबु कारा सेव और रागी पकौड़ा जैसे पारंपरिक पसंदीदा व्यंजनों की डिमांड बढ़ी है।
मिठाइयों के साथ सेहत की बात
राजधानी के विक्रेताओं का कहना है कि अब धारणा बदल रही है। नयापन नहीं होगा तो बिक्री भी नहीं होगी। साथ ही लोगों की यह धारणा भी बदलनी है कि स्वास्थ स्वादिष्ट नहीं है। या फिर सेहत बनाए रखना है तो स्वाद से समझौता करना होगा। यानी मिठाइयों से परहेज करना होगा। लोग अब सेहत के साथ स्वाद भी यादगार रखना चाहते हैं।
मधुमेह रोगियों का खास ख्याल
मधुमेह और ह्रदय रोगियों के लिए परंपरागत मिठाइयों से हटकर इस बसा रागी,मक्का और ज्वार-बाजरे की रेसिपी और इनसे बनी मिठाइयां बाजार में हैं। इन मिठाइयों में मैदा, पनीर की जगह मूंगफली और तिल जैसी चीजों का इस्तेमाल हो रहा है। लोग सफेद चीनी के इस्तेमाल से बच रहे हैं। इसलिए गुड़, पाम गुड़, या ब्राउन शुगर का उपयोग हो रहा है। बादाम, केसर पाक, काजू बर्फी, सोन पापड़ी आदि में भी रागी व फ्लैक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। बाजरा, नट्स और बीजों का उपयोग करके शाकाहारी प्रोटीन युक्त मिठाइयां बन रही हैं।
दीपावली पर ज्वार-बाजरा के प्रोडॅक्ट
ग्राहक के अनुरोध पर ज्वार, बाजरा की कुकीज भी उपलब्ध हैं। बाजरा कोको बर्फी और फॉक्सटेल लड्डू की तो काफी मांग है। क्योंकि इसमें ग्लूटेन नहीं है। बाजरा काजू कुकीज़, बाजरा चुकंदर, परिष्कृत चीनी-मुक्त लड्डू बॉक्स, रागी लड्डू, सूखे फल और मेवे के लड्डू में भी ग्लूटेन फ्री बन रहे हैं। इस तरह की मिठाइयां सभी आयु समूहों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं।
क्यों पसंद
प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी और आयरन जैसे खनिजों से भरपूर बाजरा ग्लूटेन-मुक्त सुपरफूड हैं जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है। ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं, जौ, राई और ट्रिटिकल में पाया जाता है। ग्लूटेन-मुक्त आहार से स्वास्थ्य में सुधार होता है, वजन घटता है और ऊर्जा बढ़ती है।
कविता सबनानी, आहार विशेषज्ञ
किसमें क्या
रागी
कैल्शियम, प्रोटीन और अमीनो एसिड से भरपूर है। चावल का विकल्प।
ज्वार
प्रोटीन, आयरन, फाइबर से भरपूर। खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर रखने में मददगार। गेहूं की रोटी विकल्प
बाजरा
ग्लूटेन-मुक्त अनाज। वजन घटाने, रक्त शर्करा नियंत्रित करने, पेट और हृदय रोगियों के लिए कारगर। बाल, नाखून और त्वचा भी स्वस्थ रखता है।
Published on:
02 Nov 2023 12:39 am
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