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मोदी सरकार का एक साल पूरा, शिवराज बोले- मोदी नाम में छुपा है यह राज

केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हो गया, इस मौके पर मध्यप्रदेश के सीएम ने की प्रधानमंत्री की तारीफ....।

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भोपाल

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Manish Geete

May 30, 2020

narendra modi name is hidden mantra shivraj singh chauhan

narendra modi name is hidden mantra shivraj singh chauhan


भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के दूसरे कार्यकाल का पहला साल 30 मई को पूरा हुआ। देशभर में भाजपा आज वर्चुअल रैलियां और आनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि मोदी केवल एक नाम नहीं है. मोदी (MODI) नाम में एक मंत्र छुपा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कुछ इस तरह से व्याख्या की है। उन्होंने कहा है कि पहला अक्षर M यानी मोटिवेशनल, मेहनती। दूसरा अक्षर 0 यानी ओजस्वी, अपार्च्यूनिटी, कोरोना की चुनौती को अवसर में बदल दिया। D यानी दूरदर्शिता, डायनामिक लीडरशिप और I मतलब इंस्पायर, इच्छाशक्ति, इंडिया।

मोदी ने खुद पेश किया रिपोर्ट कार्ड
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के नाम चिट्ठी में अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। मोदी ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, राममंदिर मुद्दे को सुलझाने, ट्रिपल तलाक को अपराध घोषित करने और नागरिकता अधिनियम में संशोधन को अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान प्रमुख उपलब्धियों के तौर पर पश किया। भारत को वैश्विक नेता बनाने के सपने को पूरा करने के उद्देश्य से पिछले एक साल में उनकी सरकार ने यह फैसले लिए हैं।

नहीं दरिद्र कोउ, दुखी न दीना। नहीं कोउ अबुध, न लक्षन हीना।।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने लेख में कहा है कि गोस्वामी तुलसीदासजी ने रामराज्य की अवधारणा प्रतिपादित करते समय यही कहा कि जहां कोई दरिद्र न हो, कोई दुखी न हो, कोई दीन-हीन न हो, कोई अशिक्षित न हो और कोई संस्कारविहीन न हो, वही रामराज्य है। रामराज्य का अर्थ कोई धार्मिक कर्मकांड अथवा साम्प्रदायिक व्यवस्था को विकसित करने वाला भाव नहीं है, बल्कि सर्वजन के सर्वांगीण विकास की गारंटी देने वाली लोक कल्याणकारी व्यवस्था है। इस व्यवस्था को कायम करने के लिए एक ऐसे व्यक्तित्व की आवश्यकता होती है, जिसकी संवेदना, सरोकार, सहकार, साहस, दृढ़ता और वैचारिक प्रमाणिकता सदैव संदेहों से परे होती है। ऐसे मनुष्य लंबे कालखंड में कभी-कभी कृति रूप में दिखाई देते हैं। आज हम पक्के विश्वास के साथ कह सकते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व राष्ट्र मंगल अर्थात रामराज्य का पर्याय बना हुआ है।