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‘लाल परी’ ट्रेंड से प्राइवेसी को खतरा, चौंकाने वाले मामले आए सामने, सावधान रहें!

AI Photo: लाल परी बनने के लिए इन दिनों धूम मची है। शहर की युवतियां अब एआइ से फोटो अपलोड करके लाल परी ट्रेंड को अपना रही हैं। इससे सोशल मीडिया पर ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहे हैं। साइबर पुलिस के अनुसार ऐसे ट्रेंड से युवाओं की प्राइवेसी उजागर हो रही है। वहीं इस ट्रेंड से साइबर फ्रॉड होने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे ही दो मामले साइबर पुलिस ने दर्ज किए हैं।

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Gemini AI Photo

‘लाल परी’ ट्रेंड से प्राइवेसी को खतरा

सुमित यादव

AI Photo: लाल परी बनने के लिए इन दिनों धूम मची है। शहर की युवतियां अब एआइ से फोटो अपलोड करके लाल परी ट्रेंड को अपना रही हैं। इससे सोशल मीडिया पर ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसमें युवतियां अपनी फोटो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एडिट कर नई तस्वीरें बना रही हैं। ये तस्वीरें आकर्षक और अलग दिखने के कारण उन्हें लाइक, कमेंट और फॉलोअर्स तो दिला रही हैं, लेकिन इसके दूसरे परिणाम भी सामने आ रहे हैं। साइबर पुलिस के अनुसार ऐसे ट्रेंड से युवाओं की प्राइवेसी उजागर हो रही है। वहीं इस ट्रेंड से साइबर फ्रॉड होने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे ही दो मामले भोपाल साइबर पुलिस ने दर्ज किए हैं।

फोटो का हो रहा दुरुपयोग

साइबर पुलिस के अनुसार लोग बिना सोचे-समझे अपनी तस्वीरें इन एआइ एप पर अपलोड कर रहे हैं। यह एप डेटा को सुरक्षित नहीं रखते और किसी भी समय उनका दुरुपयोग हो सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के फोटो इस्तेमाल किया जाए तो तुरंत शिकायत करें।

आपत्तिजनक रूप देकर ब्लैक मेलिंग और ठगी

साइबर एक्सपर्ट्स टीम का कहना है कि एडिट की गई तस्वीरें आसानी से बदली जा सकती हैं। इन्हें आपत्तिजनक रूप देकर ब्लैक मेलिंग और ठगी के लिए उपयोग किया जाता है। इससे राजधानी सहित पूरे मध्यप्रदेश में साइबर क्राइम बढ़ने का खतरा बढ़ रहा है।

ऐसे करें बचाव

●अनजान एआइ एप पर अपनी फोटो अपलोड न करें।

●सोशल मीडिया पर सिर्फ पहचान वालों को ही फ्रेंड बनाएं।

●संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और अज्ञात एप डाउनलोड करने से बचें।

●फोटो का गलत इस्तेमाल किया है तो तुरंत साइबर सेल हेल्पलाइन 1930 या फिर साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

दो मामलों से समझें

● अयोध्यानगर का मामला: छात्रा की एआइ से तैयार की गई तस्वीर वायरल कर दी गई। आरोपियों ने तस्वीर का गलत इस्तेमाल करते हुए उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की और पैसों की मांग की।

● एमपीनगर का मामला: युवती की एआइ फोटो का उपयोग कर फर्जी प्रोफाइल तैयार की और डेटिंग ऐप पर डाल दिया। इससे कई लोगों को ठगा गया। युवती को जानकारी तब हुई जब अजनबी लोग उससे चैटिंग के स्क्रीन शॉट दिखाने लगे।

फोटो में कॉपीराइट डालें, इसे कोई यूज न करे

एक्सपर्ट के मुताबिक से एआइ चलन में है, तब से लगातार कोई न कोई ट्रेंड लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अब जो ट्रेंड है, उसमें असली और नकली के बीच का फर्क करना भी मुश्किल हो गया है। एआइ को सिर्फ एक फोटो देकर कहना है कि ऐसा करना है और वो हो जाएगा। कोई एक्सपर्ट भी प्रूव नहीं कर पाएगा कि वीडियो नकली है। एआइ के इस दौर में अपने बच्चों और परिजनों पर ज्यादा भरोसा करें, जो भी फोटो आप अपनी बना रहे हैं उस प्रॉम्ट में वॉटर मार्क और कॉपीराइट भी डालें ताकि आपकी फोटो एआइ के जरिए कहीं इस्तेमाल ना की जा सकें।

साइबर ठगी का नया ट्रेंड

एआइ ट्रेंड भले ही मनोरंजन के लिए शुरू किए गए हों, लेकिन साइबर ठगी का नया ट्रेंड बन रहा है। इस तरह के ट्रेंड के इस्तेमाल न करने से थोड़ी-सी सावधानी आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रख सकती है और साइबर फ्रॉड से बचा सकती है।- शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिशनल डीसीपी, साइबर और क्राइम