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Property Registry: मकान की रजिस्ट्री के लिए नहीं पड़ेगी ‘बाबू’ की जरूरत, आ गया नया नियम

Property Registry: संपत्ति की रजिस्ट्री करने के लिए कृषि भूमि, शहरी भूमि के वर्गीकरण के लिए अलग-अलग दस्तावेज जमा नहीं करने होंगे....

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Property Registry: प्रॉपर्टी रजिस्ट्री का नया दौर शुरू होने के बाद अब आप रजिस्ट्री, गिट डीड और वसीयत की इबारत लिखने के लिए सरकारी वेंडर पर निर्भर नहीं रहेंगे। आप घर बैठे अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर से ड्राटिंग कर सकेंगे और स्लॉट बुकिंग करने के बाद इसे रजिस्ट्री कार्यालय में जाकर रजिस्टर्ड करवा सकेंगे।

अलग-अलग दस्तावेज जमा नहीं करने होंगे

संपदा-2 का सिस्टम एंड्राइड एप्लीकेशन पर भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस एप्लीकेशन को स्मार्ट मोबाइल पर डाउनलोड करने के बाद तमाम तरह के दस्तावेज आसानी से अपलोड किया जा सकेगा।

संपत्ति की रजिस्ट्री करने के लिए कृषि भूमि, शहरी भूमि के वर्गीकरण के लिए अलग-अलग दस्तावेज जमा नहीं करने होंगे। रजिस्ट्री सॉटवेयर संपदा टू भू अभिलेख मप्र की वेबसाइट से प्रॉपर्टी आइडी के जरिए यह जानकारी अपने आप ही निकाल लेगा।

एक विकल्प ये भी

यदि आप सब रजिस्ट्रार से बगैर मिले अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री कराना चाहते हैं तो एक तरीका और भी है। इसे वीडियो कस्टमर आइडेंटिफिकेशन प्रोटोकॉल का नाम दिया गया है। इस प्रोसीजर में जाकर आवेदक अपने दस्तावेज और स्टांप ड्यूटी जमा करने की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए सवालों के जवाब मांगे जाएंगे। जिसे संतोषजनक रूप से देकर आवेदक अपनी रजिस्ट्री ऑनलाइन ही करवा सकता हैं। रजिस्ट्री का पुराना और परंपरागत तरीका स्टांप वेंडर से मिलकर लेखन कार्य करवाने के बाद स्लॉट बुकिंग और रजिस्ट्रेशन पहले की तरह अभी भी जारी रहेगा।