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भोपाल. आरएसएस ने शहरों में संगठन का विस्तार करने के लिए नई योजना बनाई है। संघ बड़े शहरों में कवर्ड कैंपस प्रमुख और अपार्टमेंट प्रमुख तैनात कर रहा है। मध्यप्रदेश के भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत सभी जिला केंद्रों पर इनकी नियुक्ति की जाएगी। संघ का मानना है कि समय के साथ लोगों के रहन-सहन में बदलाव आ रहा है।
बहुमंजिला इमारतों की संस्कृति बढ़ती जा रही है। नौकरी करने वाले लोग अब स्वतंत्र घरों की जगह अपार्टमेंट या मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट में रहते हैं। इन लोगों के बीच अपनी पहुंच बनाने के लिए संघ ने यह फॉर्मूला निकाला है।
एेसे काम करेगा कवर्ड कैंपस प्रमुख
कवर्ड कैंपस प्रमुख संघ कार्यकर्ता उस स्थान पर रहने वाले सभी लोगों को संघ से जोड़ेगा। इसके लिए वहां सामाजिक समरसता बढ़ाने वाले आयोजन किए जाएंगे, जिसमें महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। कैलेंडर में आने वाले प्रमुख त्योहारों पर सभी की सहभागिता से सार्वजनिक कार्यक्रम किए जाएंगे। महीने में कम से कम एक बार सामूहिक भोज का आयोजन किया जाएगा। जब लोग जुडऩे लगेंगे तो कैंपस में शाखा लगाई जाएगी, जिसमें शारीरिक व्यायम, ध्यान और खेलकूद होंगे।
ज्वॉइन आरएसएस से जुड़ रहे युवा
संगठन का विस्तार करने के लिए संघ अपनी छवि बदलने की कोशिश कर रहा है। पहनावे में बदलाव किया जा चुका है। १८ से ४० साल उम्र के लोगों को ज्वॉइन आरएसएस के जरिए संघ में शािमल किया जा रहा है। संघ का दावा है कि ज्वॉइन आरएसएस ऐप से देश में हर महीने १० हजार लोग शामिल हो रहे हैं। इनमें प्रोफेशनल्स की संख्या सबसे ज्यादा है।
भाजपा बूथ पर तैयार कर रही 'की-वोटर्सÓ
भाजपा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश के ६५२०० पोलिंग बूथ पर 'की-वोटर्सÓ तैयार कर रही है। अब तक प्रदेश में लगभग दो लाख 'की-वोटर्सÓ तैयार हो गए हैं। मंडल अध्यक्षों के साथ ही बूथ समिति के संयोजकों को भी पार्टी ने साफ कहा है कि वो लगातार 'की-वोटर्सÓ के संपर्क में रहे।
की वोटर यह करेगा
यदि कोई बूथ जाति या वर्ग बाहुल्स है तो उस जाति या वर्ग के मुखिया या प्रतिष्ठित व्यक्ति को पार्टी 'की वोटरÓ बनाएगी। शहरों में कवर्ड कैंपस या कॉलोनी के बूथ पर उस कॉलोनी के अध्यक्ष और अन्य समिति सदस्यों को की वोटर बनाया जाएगा। इसी तरह डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी वर्ग पर भी खास फोकस करने को बोला गया है। पार्टी 'की वोटरÓ के जरिए उन वोटों तक पहुंचेगी जो परंपरागत रूप से उसके नहीं हैं। ये वोट अगर कांग्रेस के खाते में जाते हैं तो उन पर खास फोकस किया जाएगा। पार्टी की वोटर के प्रभाव का इस्तेमाल कर इन वोटों को अपने खाते में लाने का काम करेगी।
आजकल शहरों में लोगों का रहन-सहन बदलता जा रहा है, लोग कवर्ड कैंपस में रहना पसंद कर रहे हैं। संघ उनसे संपर्क बढ़ाने के लिए कवर्ड कैंपस प्रमुख तैनात कर रहा है। इससे संपर्क, संवाद और सामाजिक समरसता भी बढ़ेगी।
- सतीश पिंपलीकर,मध्य प्रांत संचालक, आरएसएस
की-वोटर्सÓ हमारे चुनाव अभियान का अहम हिस्सा होते हैं। हम समाज के हर वर्ग तक जुडऩे का प्रयास का करते हैं, इसलिए उस वर्ग के प्रमुख लोगों से मिलना और अपनी पार्टी की विचारधारा उन तक पहुंचाना हमारे काम का अहम हिस्सा है।
- राकेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
Published on:
09 May 2018 08:47 am
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