9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाकुंभ से ‘सुंदर साध्वी’ हर्षा रिछारिया की वापसी! संतों के अपमान का आरोप

Harsha Richhariya : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 'सुंदर साध्वी' के नाम से मशहूर हुई भोपाल की हर्षा रिछारिया सुर्खियों में बनी हुई है। जिस उत्साह और खुशी के साथ हर्षा ने महाकुंभ में एंट्री की थी लगता है उसके विपरीत उनकी वापसी होने वाली है। जानिए पूरा मामला...

2 min read
Google source verification
Harsha Richhariya

Harsha Richhariya

Harsha Richhariya : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में 'सुंदर साध्वी' के नाम से मशहूर हुई भोपाल की हर्षा रिछारिया सुर्खियों में बनी हुई है। जिस उत्साह और खुशी के साथ हर्षा ने महाकुंभ में एंट्री की थी लगता है उसके विपरीत उनकी वापसी होने वाली है। ऐसा हम नहीं कह रहे, ये बात खुद हर्षा रिछारिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कही। संतों के लगाए गए अपमान के आरोप के बाद हर्षा ने महाकुंभ से वापसी की बात कही है।

ये भी पढें - 'सुंदर साध्वी' हर्षा रिछारिया की शादी, तैयारियां शुरू, जानिए कौन है लड़का, पिता ने किया खुलासा

बता दें कि हर्षा रिछारिया(Harsha Richhariya) भोपाल की रहने वाली हैं। इनके माता-पिता भोपाल में ही रहते हैं। यूपी के झांसी में 5वीं तक की पढ़ाई के बाद हर्षा अपने परिवार संग भोपाल आ गई। हर्षा ने यहीं से एक्टिंग और एंकरिंग में अपना करियर शुरू किया था। पिछले कुछ सालों से हर्षा ने लाइमलाइट की चकाचौंध छोड़कर अध्यात्म का रुख कर लिया है।

संतों ने लगाए अपमान के आरोप

महाकुंभ(Mahakumbh 2025) में हर्षा की एंट्री को लेकर बबाल मचा हुआ है। एक ओर जहां लोगों ने पहली ही नजर में उनकी खूबसूरती को देख उन्हें सोशल मीडिया सेंसेशन बना दिया तो, वहीं दूसरी ओर संतों ने हर्षा पर अपमान के आरोप लगाए हैं। दरअसल हर्षा रिछारिया पेशवाई के रथ पर बैठकर महाकुंभ पहुंचीं, जो संतों को रास नहीं आई। इसका विरोध कई संतों ने किया, जिसके कई वीडियो भी सामने आए हैं।

ये भी पढें - भोपाल में बनेगा नया फ्लाइओवर, खर्च होंगे 2.55 करोड़

महाकुंभ छोड़ेंगी हर्षा!

हर्षा(Harsha Richhariya) अभी एक छोटे से टेंट में रह रही हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान हर्षा रिछारिया ने कुंभ छोड़ने की बात की है। उन्होंने कहा कि, 'अब मुझे डर लग रहा है। मुझ पर आरोप लग रहे हैं, जिनसे मैं त्रस्त हो गई हूं। अब मैं महाकुंभ मेला छोड़कर चली जाऊंगी। मैं पूरे महाकुंभ में रहने के लिए यहां आई थी। मैं सिर्फ स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज की भक्त हूं और उनके विचारों से प्रभावित होकर यहां आई थी।