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इस बड़े फैसले के बाद अब बदल जाएगी शिक्षकों की जिंदगी! होगा बड़ा फेरबदल

मप्र संविदा शिक्षक भर्ती के लिए आरक्षित थी फरवरी, अब अक्टूबर तक है बिजी शेड्यूल...

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भोपाल। पटवारी भर्ती की तरह संविदा शिक्षक भर्ती के लिए भी इंतजार कर रहे हजारों परिक्षार्थियों के हाथ एक बार इंतजार ही लगा है। वहीं लगातार संविदा भर्ती की कोशिशों के बावजूद हो रही देरी ने अब इनका सब्र भी तोड़ना शुरू कर दिया है।

दरअसल सामने आ रही जानकारी के अनुसार प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने फरवरी का पूरा महीना संविदा शिक्षक परीक्षा के लिए आरक्षित कर दिया था परंतु शिक्षा मंत्रालय की ओर से कोई आदेश ही नहीं आया।

जिसके कारण फरवरी में पीईबी की कोई परीक्षा नहीं हो रही है। वहीं इसके बाद अक्टूबर तक की सभी संभावित परीक्षाएं घोषित हो चुकीं हैं। ऐसे में ये सवाल उठना शुरू हो गया है कि क्या विधानसभा चुनाव 2018 से पहले संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा हो पाएगी।

वहीं यह माना जा रहा है कि अब यदि भर्ती और देरी से कराने का फैसला होता है, तो लंबे समय से संविदा शिक्षकों की भर्ती का इंतजार कर रहे कई उम्मीदवार परीक्षा से बाहर तक हो सकते हैं।
वहीं परीक्षार्थी खासतौर से इस बात से भी नाराज है कि मप्र संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन फरवरी 2018 में किए जाने की बात कुछ समय पहले ही शिक्षामंत्री विजय शाह और राज्य शिक्षा मंत्री दीपक जोशी द्वारा की गई थी। इसके बावजूद ये परीक्षा नहीं कराई जा रही है!
वहीं इस मामले राजनीति के जानकारों का मानना है कि यदि जल्द ही ये परीक्षाएं नहीं कराई गईं तो लगातार आंदोलनों से जूझ रही सरकार के लिए एक और बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है।

संशय बरकरार...
इधर, बोर्ड ने वर्ष 2018 के लिए भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी तो कर दिया है,लेकिन अभी तक संबंधित विभागों ने बोर्ड को नियम नहीं भेजे हैं। अप्रैल में ही तीन प्रवेश और एक भर्ती परीक्षा का शेड्यूल रखा है, लेकिन इनमें से किसी के भी नियम बोर्ड को नहीं मिले हैं। इसके कारण सभी परीक्षाओं की तारीखें आगे बढ़ने की स्थिति बनने लगी है।

हर साल बोर्ड द्वारा औसतन 20 परीक्षाएं कराई जाती हैं, लेकिन इस साल का जो कार्यक्रम तैयार किया है उसके अनुसार केवल 17 परीक्षाओं का ही शेड्यूल जारी किया गया है। बोर्ड के अधिकारी सबसे ज्यादा प्रवेश परीक्षाओं को लेकर तनाव में हैं। अप्रैल में प्री पॉलीटेक्निक टेस्ट, प्री एग्रीकल्चर टेस्ट, एएनएम ट्रेनिंग सिलेक्शन टेस्ट और प्री वेटरिनरी एंड फिशरीज एंट्रेंस टेस्ट होने हैं। लेकिन इनमें से एक के भी नियम नहीं आए हैं।

पहले देने होते हैं नियम...
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी परीक्षा के लिए विभागों से कम से कम एक से डेढ़ महीने पहले नियम उपलब्ध कराने को कहा जाता है। इसके बाद आवेदकों को आवेदन के लिए पंद्रह दिन का समय देते हैं।

छानबीन समिति पांच से दस दिन का समय दिया जाता है। इसी के हिसाब से परीक्षा की तारीख भी तय की जाती है। कहा जा रहा है कि प्रवेश परीक्षाओं में देरी की आशंकाओं को देखते हुए बोर्ड ने तकनीकी शिक्षा विभाग को प्री पॉलीटेक्निक टेस्ट के लिए नियम समय पर उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
वहीं पीईबी के अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 से लेकर पिछले साल तक हर महीने परीक्षाएं आयोजित हुई हैं, लेकिन इस बार ऐसी स्थिति बनी है कि फरवरी महीने में किसी भी पद के लिए परीक्षाएं आयोजित नहीं की गई है।

मार्च में दो परीक्षाएं...
इस संबंध में बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ. एकेएस भदौरिया का कहना है कि अगली परीक्षा सीधे मार्च में ही होगी। हालांकि मार्च में दो परीक्षाएं हैं, लेकिन आगे की परीक्षाओं के लिए अब तक रूल बुक्स बोर्ड को नहीं मिली है। इसके लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखा जा रहा है।

प्रवेश परीक्षाअों का टेंटेटिव शेड्यूल...
- प्री पॉलीटेक्निक टेस्ट : 8 अप्रैल
- एएनएम ट्रेनिंग सिलेक्शन टेस्ट : 15 अप्रैल
- प्री एग्रीकल्चर टेस्ट : 21 से 22 अप्रैल
- प्री वेटरिनरी एंड फिशरीज एंट्रेंस टेस्ट : 29 अप्रैल
- डिप्लोमा इन एनीमल हसबेंडरी एंट्रेंस टेस्ट : 6 मई