पहली समिति के सदस्यों से टैंकर के फंदा में असुरक्षित स्थिति में रखने पर सवाल किए, जवाब नहीं मिला। सदस्यों ने पंचनामे पर चर्चा क्यों नहीं की? इसका गोलमोल जवाब दिया गया। जब सदस्यों को बैरल फंदा में खड़ा मिला और उसमें 1200 लीटर का चैंबर मिला तो उसे दुग्ध संघ परिसर में क्यों नहीं लाया गया? यहां जो बैरल खड़ा है, वह कैसे आया, जैसे सवालों के स्पष्ट जवाब नहीं मिले।