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अब कचरे में नहीं डाल पाएंगे सेनेटरी नैपकिन और डायपर ! शुरु होगी ये नई व्यवस्था

sanitary pads: आप इसे सामान्य कचरे के साथ नहीं डाल पाएंगे। अलग डस्टबिन में रखना होगा। सामान्य कचरे में मिलाने पर आपको जुर्माना भी हो सकता है...

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Sanitary Waste

Sanitary Waste

sanitary pads: शहर को संक्रमण और इससे होने वाली बीमारियों से बचाने नगर निगम पहली बार आपके घरों से डोमेस्टिक सेनेटरी वेस्ट (Domestic Sanitary Waste) कलेक्शन और उसके निष्पादन की अलग व्यवस्था करने जा रहा है। यह पहली बार है जब सैनेटरी वेस्ट जैसे मास्क, सेनेटरी नैपकिन, डायपर और इसी तरह के वेस्ट के लिए अलग से संग्रहण और निष्पादन की व्यवस्था होगी। नगर निगम ने इसके लिए एजेंसी तय करने की प्रक्रिया शुरू की है। एक्सपर्ट बताते हैं कि सेनेटरी वेस्ट को लेकर ये जरूरी कदम है, इसमें पॉलीथिन और कंपोनेंट होते हैं वो आसानी से खत्म नहीं होते, इन्हें ऐसे ही छोड़ दिया जाए तो 500 साल तक बने रह सकते हैं।

अभी सेनेटरी वेस्ट भी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहन में सामान्य कचरे के साथ डाल दिया जाता है। सेनेटरी वेस्ट की नई व्यवस्था के बाद आपको ऐसा करना महंगा साबित होगा। आप इसे सामान्य कचरे के साथ नहीं डाल पाएंगे। अलग डस्टबिन में रखना होगा। सामान्य कचरे में मिलाने पर आपको जुर्माना भी हो सकता है।

● 23 मिट्रिक टन रोजाना की दर से हर साल बढ़ रहा है कचरा

● 1171 मिट्रिक टन रोजाना वेस्ट जनरेशन हो रहा हर साल भोपाल में

● 840 मिट्रिक टन वेस्ट अभी घरों से निकलता है

● 81% है कुल वेस्ट जनरेशन का

● 02% सेनेटरी वेस्ट, करीब 15 मिट्रिक टन रोजाना जनरेशन

●350 ग्राम वेस्ट भोपाल में प्रतिव्यक्ति जनरेट कर रहा है

खुले में सैनिटरी पैड फेंकने के नुकसान

● सैनिटरी पैड में हानिकारक केमिकल्स खासकर डाइऑक्सिन होता है।

●पैड बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाली कॉटन में कीटनाशक होते हैं, जो किसानों द्वारा खेती के दौरान उस पर छिड़के जाते हैं

● पैड्स को खुशबूदार बनाने के लिए इसमें आर्टिफिशियल परफ्यूम का इस्तेमाल होता है

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

सैनेटरी वेस्ट में जो पॉलीथिन और कंपोनेंट होते हैं वो आसानी से खत्म नहीं होते। यदि उन्हें खुले में ऐसे ही छोड़ दिया जाए तो 500 साल तक वे बने रह सकते हैं। इन्हें बायो मेडिकल वेस्ट की तरह उच्च तापमान में ही खत्म किया जा सकता है। समय रहते खत्म नहीं किया तो संक्रमण का खतरा बढ़ा सकते हैं।- डॉ. राजेश सक्सेना, वरिष्ठ वैज्ञानिक

डोमेस्टिक सैनेटरी वेस्ट अलग से संग्रहण और निष्पादन की व्यवस्था होगी। एजेंसी तय की जा रही है। इससे संक्रमण का खतरा घटेगा।- विनित तिवारी, अपर आयुक्त नगर निगम