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स्टूडेंट्स हो रहे परेशान, सर्वर धीमा, अटक रहे स्कॉलरशिप के फॉर्म

करीब 10,000 विद्यार्थी करते हैं आवेदन, 31 अंतिम तारीख

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भोपाल। केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना में धीमा सर्वर विद्यार्थियों के लिए परेशानी बना हुआ है। आवेदन करने के दौरान दस्तावेज अपलोड होने में काफी समय लग रहा है। हालांकि आवेदन जमा की अंतिम तारीख में समय है।

माइनारिटी स्कॉलरशिप के लिए राजधानी से करीब दस हजार आवेदन जमा होते हैं। कुछ सालों से आवेदन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। तब से ही परेशानी बताई जा रही है। जानकारों ने बताया कोरोना काल के बाद से फॉर्म जमा करने वालों की संख्या कम हो गई थी। इस दौरान छात्रवृत्ति पोर्टल पर छात्रों से पिछली कक्षा में अंकों के प्रतिशत की जानकारी मांगी गई थी। कक्षाएं न लगने से न तो नतीजे आए और न ही प्रशित बने।

अधिकांश स्कूल कॉलेजों में परीक्षाएं नहीं होने से उनके पास रिपोर्ट कार्ड नहीं है। कई स्कूलों ने ग्रेड देकर अगली कक्षाओं में प्रोन्नत कर दिया है। अब फिर से विद्यार्थियों के सामने परेशानी आ रही है। छात्र आरिफ हसन ने बताया कि पिछले बार आई परेशानी के कारण इस बार जल्द आवेदन की कोशिश है। लेकिन तकनीकी दिक्कत आ रही है।

31 अक्टूबर आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि

प्री-मेट्रिक स्कालरशिप के तहत कक्षा एक से दस तक के विद्यार्थियों को स्कालरशिप दी जाती है। इसके लिए 15 अक्टूबर तक आवेदन किए जा सकेंगे। पोस्ट मेरिट और मैरिट कम मीन्स के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 31 है। राजधानी सहित प्रदेश में कई विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलता है। आवेदन जमा कराने के लिए शहर में कुछ समाजसेवी संगठन काम कर रहे हैं। स्कालरशिप का आवेदन करने के दौरान पोर्टल पर दस्तावेज अपलोड करने पड़ते हैं। इन दस्तावेजों में पिछली कक्षा का रिजल्ट, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज का फोटो, आय प्रमाण पत्र, निवासी प्रमाण जरूरी है। बताया गया कि कई परिजन और विद्यार्थी इसमें उलझ रहे हैं। इनकी कमी भी दिक्कत बन रही है।