
एमपी की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद सिमी के आतंकी अभी भी साजिश रच रहे हैं
एमपी की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद सिमी के आतंकी अभी भी साजिश रच रहे हैं। हाई सिक्योरिटी के अंदर सजा पा चुके सिमी के चार आंतकी भूख हड़ताल पर हैं पर विशेषज्ञ इसे आतंकियों का नया शिगूफा बता रहे हैं। जेल प्रबंधन को यह भी आशंका है ये आतंकी यहां से भागने की भी कोेशिश कर सकते हैं। अंडा सेल में बंद इन आंतकियों पर देशद्रोह, हत्या और डकैती जैसे संगीन आरोप हैं।
सेंट्रल जेल में बंद सिमी के चार आतंकी साजिशन भूख हड़ताल कर रहे हैं। जेल में हाई सिक्योरिटी के अंदर सजा याफ़्ता सिमी के आंतकी चार दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। जेल प्रबंधन कैदियों के स्वास्थ्य की रोजाना चेकअप करवा रहा है। कैदियों की मांग को जेल प्रबंधन ने मानने से इंकार कर दिया है। एक्सपर्ट का साफ कहना है ये भूख हड़ताल उनकी साजिश का एक हिस्सा है।
सिमी आतंकी कमरुद्दीन, शिवली, फैजल और कामरान चारों यहां कैद हैं। इन्हें साल 2017 में आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। इन कैदियों की कई मांगें हैं। कैदियों ने घड़ी मांगी है। लाइब्रेरी में काम के साथ इन्हें न्यूज पेपर भी चाहिए।
जेल मैनेजमेंट से कैदियों ने सामूहिक नमाज, मुलाकात के दौरान टोपी नहीं पहनने और अपने से मुलाकात करने के समय कागज पर लिखकर ले जाने की अनुमति मांगी है। कैदियों ने इसका कारण बताया कि वे लोग मुलाकात के समय बातें बता नहीं पाते। इस वजह से लिखकर ले जाना चाहते हैं।
हाई सिक्योरिटी जेल में बंद होने के बाद अवैधानिक मांगों को लेकर कैदियों ने हड़ताल 14 सितंबर से शुरू की थी। दो दिन बाद 16 सितंबर को जेल प्रबंधन को भूख हड़ताल की जानकारी मिली। इसके बाद कैदियों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। भोपाल जेल प्रबंधन ने डीजी जेल को भी कैदियों के भूख हड़ताल के मामले की जानकारी दी है।
नागौरी मोहल्ला उज्जैन के कमरुद्दीन पुत्र चांद मोहमद को साल 2017 में आजीवन सजा सुनाई गई थी। केरल निवासी शिवली पुत्र करीम को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। दोनों आतंकी संगठन से जुड़े हुए थे।
खास बात है कि आतंकियों को मांगों के लिए भड़काने के पीछे अबू फैजल और कामरान हैं। इन दोनों ने पहले भूख हड़ताल शुरू की थी। आतंकवादी और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते इनको उच्च सुरक्षा इकाई में रखा गया है।
इधर, आतंकियों के परिजनों का आरोप है कि उन्हें जान-बूझकर परेशान किया जा रहा है। इसीलिए बीती रात आतंकी अबू फैजल व कामरान मोहम्मद की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए।
कैदियों की मांगों को लेकर डीजी ऑफिस को जानकारी दी है। सभी मांगें पूरी नहीं की जा सकती है। जेल प्रबंधन ने फैसला किया है कि इससे सुरक्षा को खतरा हो सकता है। कैदियों की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। कैदी पहले भी कई बार ऐसी कोशिश कर चुके हैं।
इस संबंध में पूर्व एडीजी विजय वाते बताते हैं कि आंतकियों की यह योजना होती है कि भूख हड़ताल के जरिए वे अपनी बात देश दुनिया तक पहुंचाकर दबाव बनाना चाहते हैैं। इसके पहले भी ये आतंकी इस तरह की भूख हड़ताल कर चुके हैं।
इधर जेलर सरोज मिश्रा ने कहा कि सभी आतंकियों की निगरानी कराई जा रही है। कैदियों की सेहत पर डॉक्टर नजर रख रहे हैं। उन्हें भोजन देने का प्रयास जारी है।
जेल प्रबंधन को जेल ब्रेक की आशंका
जेल प्रबंधन को इन कैदियों के भागने की कोशिश करने की भी आशंका है। जेल प्रबंधन का मानना है कि सूचना बाहर जाने से कैदी जेल ब्रेक की कोशिश कर सकते हैं।
Published on:
20 Sept 2023 07:58 am
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