
electric bus trial
भोपाल। मध्यप्रदेश ( madhya pradesh ) के पांच बड़े शहरों में प्रदूषण की समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रिक बसें ( Electric Bus ) चलाई जाएंगी। इन बसों में पेट्रोल-डीजल का झंझट नहीं होगा, इसे बस स्टैंड पर ही चार्ज कर लिया जाएगा।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल रन शुरू हुआ। महापौर आलोक शर्मा ने इस बस में बैठकर शहर का भ्रमण किया। इस बस की रफ्तार भीड़भाड़ वाले इलाके और पहाड़ी रास्ते पर टेस्ट की जाएगी। 38 सीटर बसों के हिसाब से उसकी क्षमता को भी आंका जाएगा। इन बसों के चलने से भोपाल और अधिक स्मार्ट हो जाएगा। इ-बसों के ट्रायल रन में महापौर के साथ अन्य अधिकारी भी आईएसबीटी से बस में रवाना हुए। उनके साथ तकनीकी टीम भी मौजूद थीं।
एक करोड़ की एक बस
बताया जाता है कि एक स्मार्ट बस की कीमत एक करोड़ रुपए के आसपास है। जबकि भोपाल में पहले चरण में करीब 100 बसें चलाया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही इंदौर में 100, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर को 50-50 बसें दी गई हैं।
शहर के भीतर चलेंगी यह बसें
बताया जाता है कि पहले फिलहाल स्मार्ट बसें शहर से बाहर नहीं जाएंगी। इन्हें शहर के भीतर ही चलाया जाएगा। बसों को चार्ज करने के लिए दो से तीन डिपो भी बनाए जाएंगे। यहां पर रात को बसें खड़े कर चार्ज किया जाएगा। इसके बाद दूसरे दिन यह रवाना की जाएंगी।
एक नजर
-38 सीटर हैं यह इलेक्ट्रिक बसें
-एक बार चार्ज होने पर 200 किमी चलेंगी।
-वायु प्रदूषण से बचाव होगा।
-ध्वनि प्रदूषण भी नहीं होगा।
-नए भोपाल में चलेंगी यह स्मार्ट बसें।
-भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
-भोपाल में स्मार्ट बस की टेस्टिंग हुई।
-भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने किया बस में शहर भ्रमण।
-An electric bus is a bus that is powered by electricity.
Updated on:
10 Dec 2019 06:01 pm
Published on:
10 Dec 2019 05:50 pm
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