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एक किमी सड़क 14 करोड़ की , 3 हजार करोड़ से अधिक खर्च, फिर भी ट्रैफिक तक आगे नहीं बढ़ा

342 एकड़ में विकास कर बनाना था रोल मॉडल  

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342 एकड़ में विकास कर बनाना था रोल मॉडल

भोपाल. स्मार्टसिटी के टीटी नगर में 342 एकड़ के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में अब तक 3000 करोड़ खर्च हो चुके हैं लेकिन ये शहर के अन्य क्षेत्रों के लिए मॉडल नहीं बन पाया। करीब पांच साल पहले जब काम शुरू किया था तब दावा किया गया था कि यहां का विकास कोलार से अयोध्या संत हिरदाराम नगर पुराने शहर के भोपाल टॉकीज क्षेत्र करोंद भानपुर तक क्षेत्र पर असर डालेगा पर ऐसा नहीं हो पाया।

मौजूदा स्थिति में यहां करीब 4200 पेड़ काटकर 28 सड़कें बना दी गई हैं। इसमें से पहले बुलेवार्ड और अब अटल पथ नाम की दो किमी लंबी सड़क पर 14 करोड़ रुपए प्रति किमी की दर से खर्च किया गया। इतना ही खर्च पॉलीटेक्निक चौराहा से भारत माता मंदिर चौराहा तक की स्मार्टरोड पर किया गया है। पूरा क्षेत्र सिर्फ सड़कों के मकडज़ाल में फंसा वीरान लगता है। स्मार्टसिटी ने इसमें 90 प्लॉट बनाए हैं पर महज दो प्लॉट ही बिक पाए। इसमें भी विवाद हुआ और मामला लोकायुक्त में पहुंच गया। महंगे प्लॉट बेचने में ही स्मार्टसिटी को दिक्कत आ रही है। यहां निवेशकों का सम्मेलन तक आयोजित कराया पर कोई लाभ नहीं हुआ। अब ये प्लॉट कब बिकेंगे और कब इन पर निर्माण शुरू होकर काम पूरा होगा कोई स्पष्ट तौर पर नहीं कह सकता। यहां 10 गुना आबादी बढ़ेगी पर आसपास रोड चौड़ीकरण की योजना अब तक नहीं बन पाई।

इधर स्मार्टसिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन के सीईओ अंकित अस्थाना बताते हैं कि एबीडी का विकास तेजी से हो रहा है। काफी प्रोजेक्ट पूरे होने में हैं। इसका लाभ पूरे शहर को मिले इसके लिए काम कर रहे हैं।