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स्टेट प्लेन तैयार खड़ा था पर ट्रेन से आईं सुमित्रा वाल्मिकी, जानें कैसे तय हुआ राज्यसभा के लिए नाम

कलेक्टर के पास नहीं था सुमित्रा का नंबर    

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कलेक्टर के पास नहीं था सुमित्रा का नंबर

भोपाल. मध्यप्रदेश से राज्यसभा की सीटों के लिए भाजपा के दोनों उम्मीदवारों कविता पाटीदार और सुमित्रा वाल्मिकी का निर्विरोध निर्वाचन हो गया है. दूसरी सीट के लिए सोमवार देर रात को सुमित्रा वाल्मिकी का नाम घोषित किया गया था जिससे सब चौंक भी उठे थे. खुद सुमित्रा वाल्मिकी को भी इसपर एकाएक विश्वास नहीं हुआ था. उनका नाम तय होने के साथ ही बीजेपी संगठन और प्रशासनिक मशीनरी भोपाल से लेकर जबलपुर तक उनके नॉमिनेशन के लिए तैयारी में जुट गए थे. सुमित्रा वाल्मिकी का नाम तय होने के बाद नामांकन दाखिल कराने के लिए उन्हें जबलपुर से भोपाल लाने के लिए स्टेट प्लेन तक तैयार कर लिया गया था. हालांकि वे ट्रेन से भोपाल आई.

कविता पाटीदार का नाम तय होने के बाद मध्यप्रदेश से राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए बीजेपी उम्मीदवार के लिए तमाम कयास लगते रहे. सोमवार देर रात अचानक सुमित्रा वाल्मिकी का नाम सामने आ गया जिसने सबको चौंका दिया. पार्टी ने जबलपुर में तीन बार पार्षद रही दलित नेता सुमित्रा बाल्मीकि को राज्यसभा सांसद बनाना तय किया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जब सुमित्रा वाल्मिकी को फोन कर इस बात की जानकारी दी तो वे स्वयं हैरान रह गईं. सुमित्रा को भरोसा ही नहीं हुआ कि उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है. सुमित्रा को यह भी नहीं मालूम था कि राज्यसभा नामांकन के लिए उन्हें करना क्या होगा? जब उन्होंने वीडी शर्मा से यह बात पूछी तो उन्होंने कहा कि वे जबलपुर से भोपाल आ जाएं, बाकी का सारा काम यहां कर लिया जाएगा।

पार्टी के दोनों राज्यसभा उम्मीदवारों के स्वागत कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी एक राज खोला. शिवराजसिंह ने बताया कि सुमित्रा वाल्मिकी को भोपाल लाने के लिए उन्होंने स्टेट प्लेन तैयार करवा लिया था. उनका समय से भोपाल आकर नामांकन दाखिल होना जरूरी था. सीएम ने बताया कि इसके लिए उन्होंने जबलपुर कलेक्टर और भोपाल कलेक्टर की खासतौर पर ड्यूटी लगा दी थी. सबसे खास बात तो ये थी कि जब सीएम शिवराजसिंह ने जबलपुर कलेक्टर से बात की तो कलेक्टर ने कहा कि उनके पास सुमित्रा वाल्मीकि का मोबाइल नंबर ही नहीं है. इसके बाद सीएम ने कलेक्टर को उनका नंबर उपलब्ध कराया.