
स्टूडेंट्स को मिले डिजिटल लॉकर, अब गुम नहीं होंगे ओरजिनल सार्टिफिकेट
भोपाल. कॉलेजों में अध्यनरत प्रदेश के लाखों स्टूडेंट्स को बुधवार को डिजिटल लॉकर की सौगात मिली है , जिसका लाभ उन्हें जीवन भर मिलेगा, क्योंकि एक बार डिजिटल लॉकर में किसी भी प्रकार का सार्टिफिकेट अपलोड हो जाने के बाद जीवन भर वह उसी में रहेगा और विभिन्न संस्था या कपंनियां भी ऑननलाइन उसी के माध्यम से विद्यार्थियों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन कर सकेंगे। ऐसे में विद्यार्थियों को अब अपने ओरिजनल दस्तावेजों को लेकर यहां वहां नहीं भटकना पड़ेगा।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेशभर के करीब 16.5 लाख विद्यार्थियों से ऑनलाइन सीधा संवाद किया, उन्होंने शासन की विद्यार्थियों के हित में तैयार की जा रही योजनाओं से अवगत कराते हुए उन्हें खूब पढ़-लिखकर देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया, उक्त कार्यक्रम कुशाभाऊ ठाकरे सभागार भोपाल में आयोजित किया गया। जिसका सीधा प्रसारण भी दिखाया गया।
आपको बतादें कि विद्यार्थियों को अब तक किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा या अन्य किसी काम के लिए खुद के ओरिजनल दस्तावेजों को साथ लेकर चलना पड़ता था, क्योंकि कहीं भी जॉब लगने या किसी प्रकार के फार्म को भरने पर उनका वेरिफिकेशन भी कराना होता है, ऐसे में जब विद्यार्थी उन दस्तवेजों को लेकर यहां वहां भटकते हैं, तो कई बार दस्तावेजों के गुम होने का भी भय बना रहता था, लेकिन अब उन्हें डीजी लॉकर की सौगात मिल गई है, इसमें विद्यार्थी के सभी दस्तावेज होने के कारण उनका वेरिफिकेशन में भी किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के अंतर्गत आनेवाले प्रदेश के सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए डिजिटल लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस लॉकर के होने से देश- विदेश के किसी भी कॉलेज या कंपनी द्वारा वेरिफिकेशन कराने पर विद्यार्थी को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा, खास फायदा तो यह है कि स्टूडेंट्स को अब अपने दस्तावेजों को साथ लेकर नहीं घूमना पड़ेगा। इसकी शुरुआत बुधवार को बीयू के विद्यार्थियों से की गई। मिंटो हाल में इसका वर्चुअल शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम के दौरान सीएम द्वारा कही गई प्रमुख बातें
-सरकारी योजना के तहत विद्यार्थियों की फीस भरी गई है।
- डीजी लॉकर से डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होंगे।
-इससे प्रमाण पत्र गुम होने की समस्या नहीं होगी।
-सफलता के लिए जरूरी है आप खुद पर भरोसा करते हैं या नहीं।
-शरीर मन और बुद्धि एकाग्र हो तो चीजें आसान हो जाती है।
-धन के अभाव में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा।
-बच्चों पढ़ाई की चिंता करो पीस से मामा निपट लेंगे।
-लक्ष्य तय करो बुद्धि और मन लगाओ।
-मेधावी विद्यार्थी गांव की बेटी योजना जैसे कार्यक्रम चल रहे हैं।
ऐसे मिलेगी सुविधा
योजना के तहत पहले चरण में डीजी लॉकर की शुरूआत सबसे पहले अंकसूची उपलब्ध कराते हुए की जाएगी। अगले चरण में उपाधि, डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन सहित कॉलेज से संबंधित विभिन्न प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराते हुए की जाएगी। डीजी लाकर प्रारंभ करने से परीक्षा परिणाम जारी होने के दिन ही विद्यार्थी अपनी अंकसूची प्राप्त कर सकेंगे। विद्यार्थी के अंतिम वर्ष के परिणाम के साथ ही लाकर के माध्यम से आनलाइन डिजिटल प्रोविजनल डिग्री दी जा सकती है।
ऐसे होगा सत्यापन
विद्यार्थियों को एक लॉगिन व पासवर्ड मिलेगा, जिससे वह लॉकर खोल पाएंगे। इसके बाद विद्यार्थी का रोल नंबर डालते ही उनका टेबुलेशन रजिस्टर, मार्कशीट और डिग्री सामने आ जाएगी।
Updated on:
06 Apr 2022 04:26 pm
Published on:
06 Apr 2022 03:26 pm
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