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बड़ी खबरः लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का बड़ा ऐलान, नहीं लड़ेंगी लोकसभा का चुनाव

बड़ी खबरः लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का बड़ा ऐलान, नहीं लड़ेंगी लोकसभा का चुनाव

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भोपाल

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Manish Geete

Apr 05, 2019

election

Breaking: अब सुमित्रा महाजन नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, पार्टी से नाराज हुई लोकसभा स्पीकर

इंदौर/भोपाल। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भारतीय जनता पार्टी को मध्यप्रदेश में बड़ा झटका लगा है। लोकसभा स्पीकर एवं इंदौर से वर्तमान सांसद सुमित्रा महाजन (Sumitra mahajan) ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। Sumitra Mahajan ने इस संबंध में एक खत भी लिखा है जिसमें सुमित्रा महाजन पार्टी से नाराजगी जाहिर की है। सुमित्रा महाजन से पहले उमा भारती (uma bharti) और सुषमा स्वराज (sushma swaraj) भी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा है कि उन्होंने अपनी पार्टी को स्वतंत्र कर दिया है। वे अब असमंजस में नहीं रहें।

मध्यप्रदेश की इंदौर सीट (Indore Lok Sabha Seat ) पर प्रत्याशी चयन में हुई देरी पर इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन ने नाराजगी जाहिर करते हुए एक पत्र सोशल मीडिया में लिखा है। उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि पार्टी इंदौर से BJP के प्रत्याशी का चयन नहीं कर पाई है, जो असमंजस की स्थिति में है। इस कारण वे अब ऐलान कर रही हैं कि वे Lok Sabha Election in Madhya Pradesh का चुनाव नहीं लड़ेंगी।

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क्या बोलीं सुमित्रा महाजन
अपने चुनाव नहीं लड़ने के फैसले का पत्र जारी करने के बाद उनके घर पर कई नेताओं को जमावड़ा लग गया। उन्होंने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि केंद्रीय संगठन इंदौर का निर्णय नहीं कर पा रहा था। मुझे लगा संकोच में वो कदम नहीं उठा पा रहे हैं कि ताई को कैसे इंकार करें। मैं तो 75 के फार्मूले में भी आ गई हूं। सुमित्रा महाजन ने कहा कि कल नया साल है। नए साल में निर्णय अगर अच्छा और नया लेना हो तो मैंने अब पार्टी को चिंता से मुक्त कर दिया।

कांग्रेस ने दिया सुमित्रा महाजन को बड़ा ऑफर
इधर, चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद ताई से मिलने वाले नेताओं की संख्या बढ़ गई है। कांग्रेस ने भी सुमित्रा महाजन को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए बड़ा ऑफर दे दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा कि सुमित्रा महाजन जो आठ बार सांसद रहीं, वे हमारे लिए गौरव का विषय है, लेकिन दु:ख है कि bjp उनको इतने साल की सेवा का ये इनाम दे रही है। उनका टिकट काटना वरिष्ठ नेता का अपमान है। वैसे भी भाजपा अब दो लोगों की कंपनी बन गई है। ये पुरानी bjp नहीं रही। कांग्रेस में आज भी वरिष्ठ नेताओं का सम्मान होता है। मेरा ताई से आग्रह है कि वह कांग्रेस पार्टी में विधिवत आ जाएं, ताकि हमें उनके सम्मान करने का मौका मिले।

कई नेता पहुंचे सुमित्रा से मिलने
विधायक रमेश मेंदोला, महापौर मालिनी गौड़, शंकर लालवानी, गोपी नेमा, संभागीय संगठन भाजपा के मंत्री जयपाल सिंग चावड़ा, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा ताई के घर उन्हें मनाने पहुंचे थे।

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इंदौर में चल रहा है प्रत्याशी चयन पर संकट
इससे पहले सुमित्रा महाजन काफी समय से इंदौर सीट पर सक्रिय हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार सुमित्रा महाजन को पार्टी टिकट नहीं देने जा रही है। वे यहां से प्रत्याशी बदलना चाह रही है। उधर, इसी सीट पर भाजपा की तरफ से कैलाश विजयवर्गीय का भा नाम चला, लेकिन पार्टी आलाकमान तय नहीं कर पा रहा है कि इंदौर से किसे टिकट दिया जाए।

मालिनी गौड़ को मिल सकता है टिकट
इधर, खबर है कि सुमित्रा महाजन को इस बार टिकट नहीं देकर महापौर मालिनी गौड़ को टिकट दिया जा सकता है।

इन सीटों पर फैसला नहीं
इंदौर के अलावा भोपाल, विदिशा, ग्वालियर, गुना, भिंड से प्रत्याशी के नामों की घोषणा नहीं की गई है। इन सीटों पर असमंजस अब भी बरकरार है।

क्या है पत्र में

सुमित्रा महाजन ने शुक्रवार को एक पत्र सोशल मीडिया पर लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी आज तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है? संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है। हालांकि मैंने पार्टी में वरिष्ठों से इस संबंध में बहुत पहले ही चर्चा की थी और निर्णय उन्हीं पर छोड़ दिया था। लगता है उनके मन में अब भी कुछ असमंजस है। इसलिए मैं यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है। अतः पार्टी अपना निर्णय मुक्त मन से करें, निःसंकोच होकर करें।


इंदौर के लोगों ने मुझे प्रेम दिया। भारतीय जनता पार्टी एवं सभी कार्यकर्ताओं ने जिस लगन से सहयोग दिया और जिन जिन लोगों ने मुझे आज तक सहयोग किया, उन सभी की मैं हृदय से आभारी हूं। अपेक्षा करती हूं कि पार्टी जल्द ही अपना निर्म करे ताकि आने वाले दिनों में सभी को काम करने में सुविधा होगी और असमंजस की स्थिति समाप्त होगी।