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सावधान! बारिश में ठीक से धोए सब्जियां-फल वरना ब्रेन हो सकता है डैमेज!

mp news: बारिश (monsoon) में आप पत्तेदार हरी सब्जियां खाते हैं तो सावधान हो जाइएं। आपके दिमाग में एक ऐसा वर्म प्रवेश कर सकता है जो आपके दिमाग को पूरी तरह डैमेज कर सकता है। (tapeworm infection)

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भोपाल

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Akash Dewani

Aug 02, 2025

tapeworm infection monsoon green leafy vegetables brain damage mp news

tapeworm infection monsoon green leafy vegetables brain damage mp news (फोटो सोर्स- freepik)

tapeworm infection: बारिश (monsoon) में आप पत्तागोभी और पत्तेदार हरी सब्जियां खाते हैं तो सावधान हो जाइएं। आपके दिमाग में फीमा कृमि (tapeworm) का संक्रमण हो सकता है। बारिश में पत्तेदार सब्जियों में फीता कृमि पैरासाइट और इसके अंडे होते हैं। बिना धोकर हरी सब्जियां खाने से फीता कृमि पैरासाइट के अंडे पेट के रास्ते रक्त के जरिए दिमाग में पहुंच जाते हैं। ये कीड़े दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट करने लगते हैं। संक्रमित व्यक्ति पैरालायसिस जैसी स्थिति में भी पहुंच जाता है। (mp news)

विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया क्या है ये टेपवर्म

न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार भोपाल में प्रत्येक वर्ष मानसून के दौरान फीता कृमि पैरासाइट से संक्रमित लगभग 15 से 20 मामले सामने आते हैं। मेडिकल साइंस में इसे न्यूरो सिस्टीसरकोसिस इंफेक्शन कहा जाता है। वरिष्ठ न्यूरोसर्जन प्रोफेसर डॉ. आइडी चौरसिया ने बताया कि हर वर्ष बारिश के मौसम में मेरे पास फीता कृमि से संक्रमित 10 से बारह मरीज आते हैं। मध्यप्रदेश के तराई इलाकों में न्यूरो सिस्टीसरकोसिस बीमारी के अनेक मरीज पाए जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार फीता कृमि के दिमाग में पहुंच जाने पर इन्हें मारने के लिए ढ़ाई से तीन वर्ष उपचार करना करना पड़ता है।

ये है लक्षण

प्रोफेसर डॉ. चौरसिया ने बताया कि कमजोर इयून सिस्टम वाले लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है। अचानक से लगातार सिरदर्द या दौरे हो रहे हैं, तो इसे मिर्गी की बीमारी समझने या हल्के में लेने की गलती नहीं करें। यह काफी खतरनाक साबित होता है।

इनमें होते हैं फीता कृमि

धनिया, पत्तगोभी, फूलगोभी, बैंगन, खीरा, तुरई, अरबी के पत्ते, शिमला मिर्च, परवल और सुअर के मांस (पोर्क) में टेपवर्म मौजूद हो सकते है।