रेलवे अधिकारियों के अनुसार इंदौर से जयपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलने की सबसे ज्यादा संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस इंदौर से सूरत भी चल सकती है. जयपुर और नागपुर में से किसी एक रेलवे स्टेशत तक भी यह ट्रेन जा सकती है. रेलवे ने इसके लिए इंदौर में पूरी तैयारी कर रखी है. इंदौर में वंदे भारत के कोच और इस ट्रेन के इंजन के मेंटेनेंस की भी तैयारी चल रही है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि अगले एक साल में देशभर में जो 73 वंदे भारत ट्रेन चलने वाली हैं उनमें इंदौर से भी एक ट्रेन चलाने का प्रावधान है। वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रेलवे ने जो 100 रैक तैयार करवाए हैं उनमें से एक रैक डा. आंबेडकर नगर ;महू स्टेशन को भी दिया गया है। रेलवे बोर्ड द्वारा मई में यह रैक दिया जा चुका है.
वंदे भारत देश की सबसे अत्याधुनिक ट्रेन है जिसमें अनेक सुविधाएं हैं। खासतौर पर इसकी बेहद तेज गति इसे दूसरी ट्रेनों से अलग बनाती है। यह ट्रेन इंदौर से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। हालांकि देश में उपलब्ध ज्यादातर रेलवे ट्रैक पर अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा ही संभव है। पिछले दिनों रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे को 130 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेन चलाने के निर्देश दिए थे। गर्मी में शुरू हुई महू-दिल्ली समर स्पेशल ट्रेन के लिए रतलाम से दिल्ली सेक्शन के बीच इस स्पीड के निर्देश दिए गए थे. रेलवे के इस निर्देश के बाद प्रदेश में जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस चालू होने की उम्मीद जागी. वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए सभी प्रस्तावित मार्गां पर रेलवे ट्रैक तेज स्पीड के हिसाब से ही तैयार किए जा रहे हैं.
वंदे भारत ट्रेन की विशेषता यह है कि यह 160 से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकती है. रेलवे के अनुसार अगले एक साल में देशभर में 73 वंदे भारत ट्रेन चलनी है.