
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हंगामे के बीच अपना संबोधन पूरा किया। विपक्ष के कई आरोपों के जवाब में मुख्यमंत्री ने भी कमलनाथ सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कमलनाथ की सरकार को भ्रष्टाचारियों की सरकार बताते हुए कहा कि कमलनाथ के कार्यकाल में मंत्रालय दलालों का अड्डा बन गया था। पैसा लेकर जमकर तबादले किए गए।
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12.40 pm
विपक्ष को लताड़ा, पहले अपना नेता तय कर लो
बार-बार विपक्ष की ओर से टोके जाने और हंगामे के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे कदम कदम पर टोका जा रहा है। यह विधानसभा की गरीमा के अनुसार नहीं है। चौहान ने कहा कि नहीं समझ रहे तो समझो। इस बीच पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव गुस्से में खड़े हुए और विपक्ष को जमकर लताड़ा। उन्होंने विपक्ष की ओर से हर एक विधायक की ओर से बोलने पर कहा कि आप लोग पहले तय कर लीजिए कि आपका नेता कौन हैं, उसे नेता चुन लीजिए और फिर एक के बाद एक सवाल कीजिए। मुख्यमंत्री सभी आरोपों का जवाब दे रहे हैं। गौरतलब है कि अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह और पूर्व सीएम कमलनाथ दोनों ही सदन में मौजूद नहीं थे।
12.38 PM
चौहान ने हंगामे के बीच कहा कि जमीन के अधिकार, जंगल के अधिकार, एक नहीं उनकी परंपराओं का भी ध्यान रखा है। आदिवासियों के लिए ग्राम सभा बनी। पेसा एक्ट में प्रावधान है कि आदिवासियों की जमीन पर यदि खनिज खनन समेत कोई भी खनन होगा तो उसमें जो कुछ निकलेगा उसका पहला अधिकार आदिवासियों का होगा।
12.24 PM
जनजाति क्षेत्रों में भाजपा ने सड़कें बनाई
विपक्ष ने आरोप लगाया था कि कमलनाथ की सरकार 15 माह रही और आपकी सरकार 18 साल रहे। आप 18 साल की बात करें। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनजाति क्षेत्रों में यदि किसी ने सड़क बनाई है तो वो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बनाई।
12.20 PM
आदिवासियों के मुद्दे पर सदन में जोरदार हंगामा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के मुद्दे पर मेरी बात शांति से सुन लीजिए। उन्होंने पेसा एक्ट लागू करने के बारे में कहा। चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर पेसा एक्ट और उनके नियम भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लागू किया है। इस पर भी विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।
12.15 PM
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में रानी कमलापति की प्रतिमा, इंदौर में टंट्या मामा की प्रतिमा लगाई। हमने आदिवासी नेताओं को सम्मान दिया। कांग्रेस के समय टंट्या मामा को डाकू कहा जाता था, हमने टंट्या मामा को सम्मान दिया है। वे क्रांतिकारी थे। हमारी सरकार ने जनजाति के लिए अनेक कार्य किए।
12.02 PM
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दिखे गुस्से में
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि हम हर चीज का प्रमाण रख रहे हैं। और मुख्यमंत्री जो बात सदन में बोलता है वो अपने आप में ही महत्व रखता है। आप आवेदन दें और प्रमाण लें। गुस्से में नजर आए नरोत्तम मिश्रा।
12.01 PM
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नहीं कई जनहितेषी योजनाओं को कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया। अनेकों गरीबों की योजनाओं को बंद करने का पाप किया। प्रधानमंत्री मोदीजी ने जल जीवन मिशन प्रारंभ किया। जिससे गांवों में भी पाइप से टोटी वाला नल लगाने की योजना शुरू की। आपने इसे रोक दिया।
11.57 AM
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी बोले- कि आप जो भी बोले उसका प्रमाण भी प्रस्तुत करते रहे। इस बार पर हंगामा हुआ।
11.53 AM
सदन में आवाज गूंजती रही कि सदन में न नेता प्रतिपक्ष हैं न पूर्व सीएम कमलनाथ हैं।
11.52 AM
हंगामे के बीच थोड़े देर रुका भाषण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण के बीच विपक्ष का जमकर हंगामा। शोर-शराबे के बीच मुख्यमंत्री को बार-बार चुप रहना पड़ा। मुख्यमंत्री बार बार बैठ जाने का आग्रह करते रहे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र भी विपक्ष को शांत रहने की समझाइश देते दिखे।
11.44 AM
सिंधिया का अपमान किया, इसलिए सरकार गिरी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ की सरकार गिराए जाने के आरोपों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब आपकी सरकार गिरी तब आप अहंकार में थे। आपने सिंधिया और विधायकों का अपमान किया।
11.40 AM
आदिवासियों के मुद्दे पर भी हंगामा
मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्ष ने आदिवासी के मुद्दों पर भी हंगामा किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा था कि कमलनाथ सरकार ने आदिवासियों की योजनाओं को बंद कर दिया। इस पर सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी ने पूछा कि ऐसा कोई आदेश कमलनाथ सरकार की तरफ से हो तो सदन के पटल पर रखा जाए। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सहरिया और बैगा जनजाति को पैसा देने की योजना बंद कर दी गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान सम्मान निधि कमलनाथ सरकार ने नहीं दी।
11.45 AM
समाज के दुश्मनों पर कार्रवाई जारी रहेगी
चौहान ने कहा कि हमारी सरकार ने दबंगों, माफियाओं पर कार्रवाई की। कोई इसे अहंकार नहीं कहें। हम आगे भी कार्रवाई करने वाले हैं। किसी भी जनता का अहित करने वाले, बेटियों के साथ दुराचार करने वालों पर हम कार्रवाई करते रहेंगे। हम ऐसे लोगों को छोड़ेंगे नहीं। हम माफियाओं पर कार्रवाई करेंगे। समाज के दुश्मनों पर कार्रवाई करते रहेंगे। भ्रष्टाचार को हम जड़ से उखाड़ फेकेंगे।
11.40 AM
कमलनाथ सरकार में अनेक घोटाले हुए
चौहान ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में सिंचाई घोटाला हुआ। मध्यप्रदेश में पहली बार भ्रष्टाचार की विषबेल पनपी थी। कमलनाथ सरकार में अनेक घोटाले हुए हैं। छिंदवाड़ा काम्पलेक्स समेत कई घोटालों में दो हजार करोड़ का घोटाला। बंदरबांट हुई। बगैर काम किए ही एडवांस पैसा दे दिया गया। ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को भी बदल दिया गया।
11.35 AM
कमलनाथ के कार्यकाल में मंत्रालय बन गया था दलालों का अड्डा
हंगामे के बीच जवाब दे रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता हमारे रोम-रोम में बसी है। सीएम का बड़ा आरोपः कमलनाथ सरकार के समय कलेक्टर-एसपी के तबादले के लिए लिया गया पैसा। चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में पदों की बंदरबांट हुई। 135 दिन में 15 हजार से अधिक ट्रांसफर हुए। 400 से अधिक आइएएस और आइपीएस के तबादले हुए। कमलनाथ के कार्यकाल में मंत्रालय दलालों का अड्डा बन गया था।
11.31 AM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए लगाए गए विपक्ष के आरोपों पर कहा कि मैंने आज तक ऐसा लचर अविश्वास प्रस्ताव नहीं देखा।
11.30 AM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संबोधन शुरू।
11.29 AM
प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबोधन के बहिष्कार की रणनीति बनाई।
11.20 AM
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के बयान को लेकर विपक्ष का हंगामा। मंत्री से माफी मांगने पर अड़ा विपक्ष। मंत्री ने सीता माता पर दिया था आपत्तिजनक बयान।
11.00 AM
विधानसभा की कार्यवाही शुरू। चौथे दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देंगे।
10.30 AM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबोधन के साथ ही गुरुवार को भी विधानसभा में हंगामे के आसार हैं।
10.15 AM
मंत्री और नेताओं के भी पहुंचने लगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 11 बजे बाद सदन में संबोधन देंगे। इसमें वे अविश्वास प्रस्ताव में सरकार पर लगाए गए सभी आरोपों के जवाब देंगे।
10.00 AM
विधानसभा में विपक्षी नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू। 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी।
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कैसा रहा विधानसभा का तीसरा दिन
इससे पहले बुधवार को विधानसभा का तीसरा दिन काफी हंगामेदार रहा। यह दिन 15वीं विधानसभा का सबसे लंबा कार्य दिवस रहा। 13 घंटे 34 मिनट चले सदन में 12 घंटे 17 मिनट सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हुई। सत्ता पक्ष ने आरोपों पर उसी अंदाज में जवाब देते हुए कांग्रेस को ही कठघरे में खड़ा किया। स्पीकर ने चार घंटे का समय तय किया था, लेकिन दोपहर 12.18 बजे से रात 12.36 बजे तक चली। रात 12.30 बजे मंत्री मोहन यादव के सीता माता पर दिए बयान पर माफी की मांग पर कांग्रेस ने वॉकआउट किया। इसके बाद मुख्य द्वार पर भजन कर धरना दिया।
Updated on:
22 Dec 2022 01:14 pm
Published on:
22 Dec 2022 10:40 am
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