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भोपाल में उठी समुंदर जैसी लहरें, 20 फीट तक उछला पानी, पर्यटकों का क्रूज डूबा

भोपाल के बड़े तालाब में पहली बार समुंदर जैसी खतरनाक लहरें उठीं...। गौहर महल के सामने 20 से 25 फीट तक उछला पानी...।

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भोपाल

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Manish Geete

Aug 22, 2022

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भोपाल। मध्यप्रदेश में जारी भारी बारिश (heavy rain) के बीच राजधानी भोपाल में पानी ही पानी हो गया। सोमवार सुबह तेज हवाओं के कारण बड़े तालाब में लहरे 20 फीट तक उछलती नजर आई। वहीं समुंदर जैसी लहरों के कारण बड़े तालाब में खड़ा पर्यटकों का क्रूज (cruise) आधा पानी में डूब गया। कई वर्षों में बडे़ तालाब में इतनी खतरनाक लहरें उठी हैं।

बीते तीन दिनों से जारी लगातार बारिश के बाद राजधानी भोपाल में पानी ही पानी हो गया। कई इलाके जलमग्न हो गए। वीआईपी रोड पर चार पेड़ तेज आंधी में गिर गए, इससे यातायात प्रभावित हुआ है। वीआईपी रोड के अलावा शहर की लिंक रोड नंबर 1 और 2 पर भी कई पेड़ गिरे हुए थे। दस नंबर मार्केट में भी तेज हवा में एक बड़ा पेड़ गिर गया। इससे आवागमन अवरुद्ध हुआ है।

प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। भोपाल के बड़े तालाब में खड़ा एमपी टूरिज्म का क्रूज आधा डूब गया। इसमें पर्यटकों को बड़े तालाब की सैर कराई जाती है। इसके अलावा कई और नाव भी है, जो तेज रफ्तार में डूबने की स्थिति में पहुंच गई है।

भोपाल में 20 फीट तक उछला पानी

इधर, राजधानी भोपाल में तेज हवाओं के कारण बड़े तालाब में समुंदर जैसी लहरें उछल रही थी। लहरें पांच फीट ऊंची थी, लेकिन चट्टानों से टकराकर इसका पानी 20 से 25 फीट तक उछल रहा था। सुबह शीतलदास की बगिया के घाट पर भी पानी करीब 10 से 15 फीट तक उछाल मार रहा था, वहीं वीआईपी रोड पर गोहर महल के सामने भी यह 20 फीट ऊंचाई तक उछाल मार रहा था। वीआईपी रोड पर भी बड़े तालाब का पानी उछाल मारते हुए दिख रहा था।

कई पेड़ गिरे, यातायात प्रभावित

राजधानी भोपाल में कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। सीएम हाउस के आसपास के भी कई पेड़ तेज आंधी में टूट गए। इस कारण यातायात प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री निवास के ठीक सामने भी रास्ता बंद कर दिया गया है। वीआईपी रोड पर चार पेड़ तेज आंधी में गिर गए, इससे यातायात प्रभावित हुआ है। वीआईपी रोड के अलावा शहर की लिंक रोड नंबर 1 और 2 पर भी कई पेड़ गिरे हुए थे। दस नंबर मार्केट में भी तेज हवा में एक बड़ा पेड़ गिर गया। इससे आवागमन अवरुद्ध हुआ है। यातायात को डायवर्ट करके निकाला जा रहा है।

पूरे शहर की बिजली गुल

तेज आंधी और बारिश के कारण कई कालोनियों की बिजली गुल हो गई है। कई इलाकों में पेड़ गिरने और होर्डिंग गिरने के कारण भी बिजली लाइनों में फाल्ट आने की सूचना है। बिजली दोपहर तक आने की सूचना है।

कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी

इधर, प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। राजधानी भोपाल के शारदा विद्या मंदिर, सेंट जोसफ को एड स्कूल समेत सभी सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। भोपाल के आसपास के जिलों में भी सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।


कई नदियां उफान पर

प्रदेश की सबसे बड़ी नर्मदा पहले से ही खतरे के निशान के करीब चल रही है। लगातार बारिश से उसमें और पानी बढ़ गया है। प्रदेश की बेतवा, कालीसिंध, क्षिप्रा, शिवना समेत कई नदियां उफान पर आ गई है।

सभी डैम लबालब

प्रदेश के सभी डैम भर चुके हैं, थोड़ी ही बारिश में उनके गेट खोले जा रहे हैं। इस समय भी सभी डैम से गेट खोलने से नदियों में पानी भर गया है।

नजारा लेने निकले लोग

सुबह जगह-जगह पानी भरने के बाद कई लोग इसका नजारा लेने निकले। कई लोग वीआईपी रोड पर मौसम का लुत्फ लेते हुए नजर आए। हवा इतने तेज थी कि लोगों की छतरी भी काम नहीं कर पा रही थी। इसके अलावा वीडियो और फोटो के लिए लोग अपना मोबाइल भी नहीं निकाल पा रहे थे। लोगों का कहना है कि हमने कई वर्षों में ऐसी लहरें पहली बार देखी।

कहां कितनी बारिश

जबलपुर में रविवार सुबह से शाम 5 बजे तक 4.81 इंच बारिश दर्ज की गई। गुना में 3 इंच से ज्यादा पानी बरसा। भोपाल में शनिवार रात से रविवार शाम तक करीब 4 इंच बारिश हुई। भारी बारिश को देखते हुए राजधानी भोपाल में सोमवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई। गुना, अशोकनगर, रायसेन, विदिशा, सीहोर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, देवास, कटनी व अनूपपुर सहित कई जिलों में भी स्कूल नहीं खुलेंगे। तेज बारिश से नर्मदा समेत कई नदियां उफान पर हैं। इससे बांधों के गेट खोले गए हैं। प्रदेश में अब तक 32.23 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है, जो औसत बारिश से 19% अधिक है। मौसम विज्ञानी नरेंद्र मेश्राम ने बताया, बंगाल की खाड़ी से ओडिशा पोस्ट में बने डिप्रेशन के बाद अब उत्तर पूर्वी मप्र में एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हुआ है। अभी दो दिन और बारिश के आसार हैं। सोमवार और मंगलवार को भी प्रदेश के बड़े हिस्से में तेज बारिश के आसार हैं। 24 अगस्त से बारिश में कुछ राहत मिल सकती है।