बुधवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर अब तक जारी है। शुक्रवार को भी मध्यप्रदेश के कई जिलों में कहीं बारिश तो कहीं बूंदाबांदी का दौर चलता रहा।
मानसून हुआ मेहरबान, 33 घंटे में 5 इंच बारिश
देरी से ही सही मानसून ने जब दस्तक दी तो धमाकेदार बौछारों के साथ बारिश शुरू हो गई। हालांकि जुलाई के आरंभ से ही मानसून छा गया था, लेकिन बरसा नहीं था। लेकिन 4 जुलाई के रात से जो बरसना शुरू हुआ तो उसने सड़कों पर आफत खड़ी कर दी। निचली बस्तियों में पानी भर गया। गुरुवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपालसमेत कई शहरों को तरबतर कर दिया। भोपाल में 33 घंटे में 5 इंच बारिश हुई। उड़ीसा-बांग्लादेश की ओर दो मानसूनी सिस्टम बन गए हैं। इस कारण अगले दो दिन में भारी बारिश हो सकती है। अभी 18 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। रायसेन जिले में बारिश से भोपाल-सागर मार्ग पर यातायात बंद रहा।
बना हुआ है ऊपरी हवा का चक्रवात
दक्षिण बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों पर ऊपरी हवा का चक्रवात परिसंचरण के प्रभाव में और आतंरिक (इंटीरियर) उड़ीसा और आसपास के क्षेत्रों से बारिश की गतिविधि मध्यप्रदेश में बढ़ गी है। इसके और बढ़ने की संभावना है।
24 घंटे यहां हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग ने कहा है कि 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, राजगढ़, भोपाल, विदिशा, सीहोर, रायसेन होशंगाबाद, बैतूल, नरसिंगपुर, जबलपुर, मंडला, सिवनी छिन्दवाड़ा कटनी, उमरिया, अनुपपुर, शहडोल, नीमच, मंदसौर जिलों के अनेक स्थानों पर कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
7 जुलाई से शुरू होगा बारिश का दूसरा दौर
मौसम विभाग ने बताया है कि 7 जुलाई से प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। जो पूरे माह चलता रहेगा। इस दौरान कई निचली बस्तियों में पानी भरने की भी आशंका है।
कई जगहों पर आपदा प्रबंधन टीम तैनात
प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए कई जिलों में आपदा प्रबंधन टीम को तैयार रहने को कहा है। खासकर निचली बस्तियों में नजर रखने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि जब नदी नालों में पानी बढ़ने लगे तो निचली बस्तियों को खाली करा लिया जाए।
भोपाल में कंट्रोल रूम बना
भोपाल में बाढ़ की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन टीम और रेस्क्यू टीम को अलर्ट पर रखा गया है। क्योंकि 14 अप्रैल और 17 अप्रैल 2008 को भोपाल में आई बाढ़ने काफी तबाही बरपाई थी। इसे देखते हुए हर साल प्रशासन अब सतर्क रहने लगा है।
भोपाल समेत कई जिलों में अगले 24 घंटे खतरनाक
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान राजधानी में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इसकी वजह दक्षिण बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में ऊपरी हवा का चक्रवात बनना है। ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों में भी एक मानूसनी सिस्टम है, जो धीरे-धीरे प्रदेश की ओर बढ़ रहा है।
आपदा में 1079 पर करें फोन
आपदा के दौरान होमगार्ड ने सभी 51 जिलों में इओसी (इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर) की स्थापना की है। इन पर क्विक रिस्पॉन्स टीम 24 घंटे बचाव के लिए उपकरण और संसाधनों के साथ उपलब्ध रहेगी। होमगार्ड डीजी महान भारत सागर ने बताया कि यह टीम तत्काल कार्रवाई कर राहत और बचाव कार्य में जुट जाएगी। इसके लिए होमगार्ड ने एक टोल फ्री नंबर (1079) भी जारी किया है। इसका कंट्रोल रूम भोपाल रहेगा। डीजी (होमगार्ड) महान भारत सागर ने बताया कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए भोपाल में स्थापित स्टेट कमांड सेंटर में नागरिकों की सुरक्षा के लिए कक्ष स्थापित किया गया है।