
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter session of State assembly ) 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, वहीं इसी सत्र में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला रहा है। कुछ विधायकों के ऊपर एफआईआर दर्ज होने का मुद्दा भी उठेगा। पांच दिन चलने वाले सत्र में हंगामे के भी आसार हैं। इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने भी रणनीति तैयार कर ली, वहीं सत्ता पक्ष की तरफ से भी विपक्ष के आक्रामक रवैये को देखते हुए जवाब देने की तैयारी कर ली थी।
विधानसभा सत्र Live Updates
11.50 AM
सत्र नहीं चलने पर आरोप-प्रत्यारोप
सत्ता पक्ष के आरोप कि विपक्ष की ओर से हंगामा किया जाता है और सदन चलने नहीं दिया जाता है। इस पर कमलनाथ ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि सदन चले। सदन की अवधि बढ़ाया जाना चाहिए। सभी जानते हैं कि सदन कौन नहीं चलने देता है। कमलनाथ ने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
11.30 AM
10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित
विधानसभा के सत्र के पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि के बाद सदन स्थगित कर दिया जाता है। इस बार 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया है। इस बार पहले ही दिन विधानसभा की कार्यवाही दिनभर चलेगी।
11.25 AM
यह अध्यादेश पटल पर रखे जाएंगे
सितंबर 2022 सत्र की स्थगित बैठकें, प्रश्नोत्तर सूचियां तथा प्रश्ेनों के अपूर्ण उत्तरों के पूर्ण उत्तरों का संकलन खंड-11 पटल पर रखा जाएगा। नियम 267क के अधीन सितंबर 2022 सत्र में पढ़ी गई सूचनाओं तथा उनके उत्तरों का संकलन पटल पर रखा जाएगा। राज्यपाल की अुमति प्राप्त विधेयकों भी रखें जाएंगे।
11.11 AM
दिवंगत नेताओं को याद किया
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन की कार्रवाई शुरू करने के साथ ही भूतपूर्व विधायकों के निधन का उल्लेख किया। सदन ने भूतपूर्व विधायक फूलचंद वर्मा, मनोज सिंह मंडावी, भगवत प्रसाद गुरु, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुलायम सिंह यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री आर. मुथैया, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री माणिकराव, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व्यंकट कृष्णराजू उप्पलपति, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री वायके अलघ को याद किया गया। सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई।
11.00 AM
विधानसभा की कार्यवाही शुरू।
10.30 AM
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में कार्यमंत्रणा की बैठक। इसमें विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, शिवराज सिंह चौहन, नेताप्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्र भी मौजूद थे।
10.28 AM
विधानसभा परिसर में पहुंचे शिवराज कैबिनेट के मंत्री। विधायकों के भी आने का सिलसिला जारी। 11 बजे शुरू होगा विधानसभा का सत्र।
10.26 AM
11 बजे शुरू होगी विधानसभा की कार्यवाही।
10.21 AM
शीतकालीन सत्र में दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
10.16 AM
नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह का बयान। प्रदेश के मंत्रियों ने सरकार के खजाने को लूटा है। हम अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव में मंत्रियों के घोटाले की रिपोर्ट है। अस्वीकार करना प्रजातंत्र की हत्या होगी। विधानसभा अध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव जरूर स्वीकार करेंगे।
10.15 AM
विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 से 23 दिसंबर तक चलेगा। इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होगा। क्योंकि विपक्ष इसी सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है। वहीं कई विधायकों पर झूठी एफआईआर का मुद्दा भी गरम होगा।
10.10 AM
विधानसभा परिसर में नेताओं के पहुंचने का सिलसिला तेज।
विपक्षी विधायकों के पास सवाल ही नहीं
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस बार करीब 23 नेताओं ने सवाल ही नहीं लगाए हैं। इनमें पूर्व सीएम कमलनाथ, कांतिलाल भूरिया, भाजपा विधायक गौरीशंकर बिसेन, विधायक अजय विश्नोई, सुरेंद्र पटवा, रमेश मेंदोला और रामेश्वर शर्मा सहित 230 विधायकों में से मात्र 23 विधायक ऐसे हैं, जन्होंने पिछले तीन सत्रों से सदन में कोई सवाल ही नहीं लगाए हैं।
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ज्यादा से ज्यादा प्रस्तावों पर चर्चा होगी, जरूरत पड़ने पर देर शाम तक भी चलेगा सदन
विधानसभा सत्र में ज्यादा से ज्यादा प्रस्तावों पर चर्चा हो। सदस्यों को बोलने का मौका दिया जाए, जरूरत पड़ने पर देर शाम तक भी सदन की बैठक होंगी। रविवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। हालांकि बैठक के दौरान सत्र की अवधि कम होने की बात विपक्ष द्वारा उठाई गई।
मांग की गई कि अवधि पांच दिन से बढ़ाई जानी चाहिए, लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, विधायक एनपी प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा एवं प्रमुख सचिव एपी सिंह उपस्थित थे।
बैठक के दौरान सामने आया कि सदस्य सीएम की बात तो सुन लेते हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष की बात नहीं सुनी जाती। सदन की गरिमा बनाए रखने जरूरी है कि जब स्पीकर, सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष अपनी बात कह रहे हों तो बात सुनी जानी चाहिए। बैठक में विधानसभा के शीतकालीन सत्र हेतु प्रस्तावित कार्यों को सुचारू रूप से निष्पादित किए जाने पर विचार विमर्श किया गया।
एक-एक मंत्री को होगी घेराबंदी
प्रदेश की भाजपा सरकार विश्वास खो चुकी है, इसलिए सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। सरकार की घेराबंदी के लिए पूर्व मंत्रियों, एवं विधायकों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर रविवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
बैठक में नाथ ने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है। इन हालात में शीतकालीन सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि हमारे विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वह पुरजोर ढंग से जनता के मुद्दे विधानसभा में उठाएं।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने शिवराज सरकार के खिलाफ विस्तृत आरोप पत्र तैयार किया है। चर्चा के दौरान आरोप पत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्टी भाजपा की जन विरोधी नीतियों को घेरेगी।
सज्जन बोले- भाजपा की कथनी-करनी में अंतर
सभी विधायकों ने आम राय से मत व्यक्त किया कि शिवराज सरकार हर बार कोई ना कोई बहाना खड़ा कर विधानसभा के सदन की कार्यवाही समय से पहले समाप्त करने का षड्यंत्र करती है। कांग्रेस मानती है कि विधानसभा की प्रतिदिन की बैठक शाम 5 के बजाय देर शाम तक चलाई जाए। आवश्यकता हो तो रात 9 बजे तक बैठक चले। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और तरुण भनोत ने कहा कि शिवराज सरकार एक के बाद एक घोटालों से घिरी है। महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है। प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है और किसान खाद के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। विधानसभा में कांग्रेस पार्टी समाज के हर वर्ग की समस्या को पुरजोर तरीके से उठाएगी।
इस सवाल पर कि सर्वदलीय बैठक में जब इस बात पर सहमति बन गई है कि सदन को पूरे समय चलाया जाएगा तो फिर कांग्रेस अलग से यह मांग क्यों कर रही है। वर्मा ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। अगर भाजपा अपने वादे पर कायम रहती है और सत्र को सुचारू रूप से चलाती है तो कोई बात नहीं है, लेकिन अगर विधानसभा सत्र को नियमों के मुताबिक नहीं चलाया गया तो कांग्रेस के विधायक हर लोकतांत्रिक विकल्प का प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं।
विधानसभा के आसपास धारा 144
विधानसभा के शीतकालीन सत्र को देखते हुए विधानसभा के 5 किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगा दी गई है। इस क्षेत्र में धरना प्रदर्शन पर पूरी तरह से रोक रहेगी। इसकी अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इस क्षेत्र में लाठी, डंडा, भाला, पत्थर, चाकू और अन्य धारदार हथियार, आग्नेय शास्त्र लेकर चलने पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। पांच किमी के दायरे में भारी वाहन, ट्रक ट्रैक्टर, ट्राली, डंपर और धीमी गति से चलने वाले वाहन, तांगा, बैलगाड़ी भी प्रतिबंधित रहेंगे। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर ने इसके आदेश जारी किए हैं।
Updated on:
19 Dec 2022 12:05 pm
Published on:
19 Dec 2022 10:53 am
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