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विधानसभा सत्र दूसरा दिनः कमलनाथ ने लगाए छिंदवाड़ा के साथ भेदभाव के आरोप, जोरदार हंगामा

विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश होगा और अविश्वास प्रस्ताव का भी सरकार को सामना करना पड़ेगा...।

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भोपाल

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Manish Geete

Dec 20, 2022

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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है। सत्र का दूसरा दिन मंगलवार हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। कांग्रेस ने आरोप पत्र की कापी भी सौंप दी है। इसके अलावा सरकार पर भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर हंगामा हो सकता है।

Live Updates

1.45 AM

विधानसभा की कार्यवाही स्थगित। अब 3.30 बजे शुरू होगी कार्यवाही।

12.30 AM

सदन में गूंजा महाकाल प्रसाद का मामला

विधानसभा में दूसरे दिन महाकाल के प्रसाद के डब्बे पर महाकाल के चित्र का मामला भी गूंजा। कांग्रेस विधायक महेश परमार ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि महाकाल महाराज के चित्र छपे प्रसाद के डिब्बे से धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। उसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। इस पर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने जवाब में कहा कि मंदिर के शिखर का चित्र छपा है। किसी की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं की जा रही है।

12.15 AM

विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर हंगामा।

11.35 AM

गृह और संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिरेगा, क्योंकि सरकार लगातार सभी वर्गों के लिए काम कर रही है। ऐसे में हमने भी पूरी तैयारी कर ली है।

11.30 AM

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने स्वीकार किया अविश्वास प्रस्ताव। बुधवार को तीसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी।

11.10 AM

छिंदवाड़ा के साथ कर रही है सरकार

पूर्व सीएम कमलनाथ ने शुरुआत में प्रश्नकाल में सबसे पहले परासिया (छिंदवाड़ा) से कांग्रेस विधायक सोहन लाल बाल्मीकि का जनभागीदारी का पैसा न मिलने का मुद्दा उठाया। इस पर कमलनाथ खड़े हो गए। कमलनाथ ने कहा कि वे विधायक की बात से सहमत हैं। यह सरकार छिंदवाड़ा जिले के साथ भेदभाव कर रही है।कमलनाथ के आरोपों पर शिवराज सरकार के शहरी विकास और आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने जवाब दिया। भदौरिया ने कहा कि सबसे ज्यादा विकास छिंदवाड़ा और जीतू पटवारी की राऊ विधानसभा में हुआ है। सरकार लगातार छिंदवाड़ा के विकास के लिए काम कर रही है। कमलनाथ के बयान पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा किया। हंगामे के बीच जोरदार बहस होती रही।

11.05 AM

एप्रिन पहनकर पहुंचे कांग्रेस विधायक

मध्यप्रदेश की सरकार को आदिवासी और किसान विरोधी बताते हुए कांग्रेस विधायक फूंदेलाल मार्को अनोखे अंदाज में विधानसभा में पहुंचे। वे एप्रिन पहनकर विधानसभा के कॉरिडोर में पहुंचे थे। वे बिजली बिल का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि न बिजली है न मीटर है फिर भी बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। उनका कहना है कि बिजली बिल से आम जन परेशान हैं।

यहां देखें विस्तृत समाचार

सदन में बिजली बिलों का एप्रिन पहनकर पहुंचे विधायक, बोले- 'न बिजली, न मीटर फिर भी आदिवासियों के आ रहे बिल'

11.00 AM

विधानसभा की कार्यवाही शुरू।

10.55 AM

कांग्रेस ने सभी विधायकों को उपस्थित रहे को निर्देश दिए। कहां पूरे समय सदन में ही रहें।


10.20 AM
नेताओं और मंत्रियों के पहुंचने लगे। 11 बजे शुरू होगी विधानसभा की कार्यवाही।

10. 16 AM
विधानसभा परिसर में विधायकों के पहुंचने का सिलसिला तेज।

10.15 AM
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को दूसरा दिन है। इस बार विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की गई है। इस पर हंगामा भी हो सकता है।

इससे पहले सोमवार को विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने विधानसभा सचिवालय को आरोप पत्र की कॉपी सौंपी। अविश्वास प्रस्ताव की सूचना 13 दिसम्बर को ही दी जा चुकी थी। 300 से ज्यादा पन्नों के आरोप पत्र में 104 बिंदु हैं। इसमें सरकारी भ्रष्टाचार, मंत्रियों, सत्तारूढ़ दल के नेताओं, अफसरों और ठेकेदारों का गठजोड़ उजागर करने की कोशिश की गई है। विभिन्न घोटालों का जिक्र भी इसमें किया गया है।

प्रश्नकाल के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा उठाया। कहा कि आरोप पत्र प्रस्ताव पर स्पीकर चर्चा कराएं। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने चुटकी लेेते हुए कहा, कांग्रेस उदासीन है। प्रस्ताव की सूचना समय पर नहीं दी गई। अभी तक प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने कार्यवाही शुरू होने से पहले आरोप पत्र सौंप दिया था। हमारे 50 विधायकों के हस्ताक्षर भी हैं। स्पीकर ने कहा, उन्हें 11.50 बजे आरोप पत्र प्राप्त हुआ है, जो विचाराधीन है।

कमलनाथ सरकार ने की थी कर्ज माफी

सरकार ने सदन में स्वीकारा कि कमलनाथ सरकार के समय किसानों की दो लाख का कर्जमाफी का आदेश जारी किया गया था। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को कृषि मंत्री कमल पटेल ने लिखित उत्तर में जानकारी दी। हालांकि मंत्री ने यह जानकारी नहीं दी कि अभी तक कितने किसानों का कर्ज माफ किया जा चुका है। जवाब में यही कहा कि जानकारी एकत्रित की जा रही है।

फर्नीचर, पेयजल उपलब्ध नहीं करा पा रही सरकार

ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में स्कूलों में पेयजल और फर्नीचर की व्यवस्था न होने को लेकर विधायक प्रवीण पाठक और मंत्री इंदर सिंह परमार के बीच हल्की बहस हुई। विधायक ने आरोप लगाया- मंत्री ने जवाब में स्वीकार किया है कि स्कूलों में फर्नीचर नहीं है, पेयजल की व्यवस्था नहीं अब गलत जानकारी दी जा रही है।

नोकझोंक भी हुई

कमलनाथ ने कहा- मुख्यमंत्री के लिए विपक्ष की सीट गरम कर रखी है। उनका कहने का तात्पर्य था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी और भाजपा विपक्ष में बैठेगी। जवाब में मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- ये दिवा स्वप्न है। इस पर सदस्य मुस्कुरा दिए। स्पीकर ने कहा कि आपने ही सभी को शुभकामनाएं दी हैं। इसका मतलब तो कोई परिवर्तन नहीं हो रहा। सभी यथावत रहेंगे। इस पर नाथ तपाक से बोले, अब आपको शुभकामनाएं भी स्वीकार नहीं हैं।

तब के पुल यथावत

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, अर्जुन सिंह और दिग्विजय सिंह के समय में बने पुल नहीं टूटे, लेकिन आपके समय में बने पुल क्यों टूट रहे। टेंडर तीन-चार बार हो चुके हैं। समय सीमा बता दें कि कब तक टेंडर हो जाएंगे। पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- मैं आज परीक्षण कराकर कल सदन में जवाब दे दूंगा।