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खराब विमान को लैंड कराने वाले से नहीं हो सकती चूक, कैप्टन वरुण के लिए प्रार्थना कर रहे लोग

उन्हें फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराने पर अवॉर्ड दिया गया था। इसलिए वे कोई चूक कर ही नहीं सकते हैं। वह डेयरडेविल हैं और जल्द स्वस्थ होकर वापस आएंगे।

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खराब विमान को लैंड कराने वाले से नहीं हो सकती चूक, आज आएगा नायक का पार्थिव शरीर

खराब विमान को लैंड कराने वाले से नहीं हो सकती चूक, आज आएगा नायक का पार्थिव शरीर

भोपाल. हेलिकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल शौर्य चक्र विजेता ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के लिए भोपाल में उनके पड़ोसी प्रार्थना कर रहे हैं। इसमें कई संगठन भी है। पड़ोसियों का कहना है उन्हें ये अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया गया था। इसलिए वे कोई चूक कर ही नहीं सकते हैं। वह डेयरडेविल हैं और जल्द स्वस्थ होकर वापस आएंगे।

वरुण सिंह के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल में एयरपोर्ट रोड पर रहते हैं। यहां सनसिटी कॉलोनी के इनरकोर्ट अपार्टमेंट की 5वीं मंजिल पर उनका घर है। करीब दो सप्ताह पहले वरुण सिंह भोपाल आए थे और 10 दिन तक रहे थे। इस दौरान सभी पड़ोसियों ने उन्हें शौर्य चक्र मिलने पर खूब बधाइयां दी थी। फिलहाल उनके पिता तमिलनाडु पहुंच चुके हैं। पड़ोसी रिटायर्ड कर्नल संजीव पंडित ने बताया कि वरुण की शादी का रिसेप्शन भोपाल में हुआ था। इसके एक माह बाद मेरी बेटी की शादी थी तो वे रुके और शादी में शामिल होकर ही गए थे। वरुण के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा व एक बेटी है।

आज आ सकता है जितेंद्र कुमार का पार्थिव शरीर

हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शामिल पीएसओ नायक जितेन्द्र कुमार वर्मा का पार्थिव शरीर उनके गांव धामंदा में शुक्रवार शाम तक आने की संभावना है। गुरुवार को सेना की टीम पहुंची और परिजन के डीएनए सैंपल लिए थे।

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सैनिक स्कूल रीवा के छात्र थे विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान

हेलिकॉप्टर हादसे में शामिल विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान सैनिक स्कूल रीवा के छात्र थे। उन्होंने वर्ष 1991 से 1998 तक सैनिक स्कूल चंबल हाउस में रहकर पढ़ाई की थी।

एमपी में चमत्कार-पटरी पर लेटी रही युवती फुल स्पीड से निकल गई ट्रेन


आज अंतिम विदाई

सीडीएस रावत की सास सहित 3 परिजन डुमना से दिल्ली रवाना

देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका सिंह की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए उनकी सास सहित तीन परिजन गुरुवार को डुमना एयरपोर्ट से दिल्ली गए। रावत की ससुराल शहडोल जिले के सोहागपुर में है। मधुलिका की मां ज्योति प्रभा के साथ बहू कल्पना सिंह एवं परिजन कपिध्वज सिंह सड़क मार्ग से जबलपुर पहुंचे। यहां से वे एयर इंडिया की सुबह 11 बजे जबलपुर दिल्ली उड़ान में सवार हुए।