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नई शराब दुकानों का विरोध करने लगीं महिलाएं, कई जिलों में बंद करवाई दुकानें

locationभोपालPublished: Apr 02, 2022 12:11:13 pm

Submitted by:

Manish Gite

नई शराब दुकानों के विरोध में उतरीं कई जिले की महिलाएं, कई दुकानों में की तोड़फोड़…।

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम उमा भारती के अभियान का असर दिखने लगा है। कई जिलों से खबरें मिल रही हैं कि वहां शराब दुकानों का विरोध शुरू हो गया है। महिलाओं ने कुछ दुकानें बंद करवाई, तो महिलाओं ने दुकानों पर पत्थर भी बरसाए। महिलाओं का रौद्र रूप देख आबकारी अधिकारी भी भागने को मजबूर हो गए। कई शराब दुकानों के बाहर महिलाएं अब भी जमी हैं, तो कुछ दुकानों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

 

 

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के अभियान के बाद महिलाओं में भी गुस्सा देखा जा रहा है। यह महिलाएं भी शराबबंदी की मांग कर रही हैं। कई जिलों से खबरें मिल रही हैं कि वहां नई शराब दुकानों का विरोध किया जा रहा है। महिलाएं टैंट लगाकर दुकानों के सामने बैठ गई हैं। वहीं नई दुकान खुलने नहीं दे रही हैं। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही उमा भारती ने शराब बंदी की जगह शराब सस्ती करने का विरोध किया था। उमा भारती ने कहा था कि हम शर्मिंदा हैं।

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चीचलीः महिलाओं ने शराब दुकान के सामने तान दिया टैंट

नगर परिषद चीचली में अंग्रेजी शराब दुकान का स्थानांतरण पुराने थाना मोहल्ला सीता रेवा गंगाई रोड पर होने पर रात्रि को रात 9 बजे से वार्ड की महिलाओं ने धरना-प्रदर्शन किया। महिलाओं ने रात में टेंट लगाकर प्रदर्शन जारी रखा। सुबह आबकारी अधिकारी सतीश कुमार एवं उनकी टीम महिलाओं के धरना-प्रदर्शन स्थल पर पहुंची और सतीश कुमार ने महिलाओं से पूछा कि आपको अंग्रेजी शराब दुकान इस मोहल्ले वार्ड में खुलने से क्या आपत्ति है। जिस पर महिलाओं ने कहा कि इस रोड से इस घाट से मेला भराता है। नदी घाट है और स्कूली छात्र-छात्राओं को भी एवं महिलाओं को शराब दुकान से परेशानी होगी। महिलाएं अब भी शराब दुकान हटाने की मांग पर अड़ी हुई हैं।

 

पीथमपुरः रहवासी क्षेत्र में शराब दुकान का विरोध

पीथमपुर सेक्टर नंबर-3 में भी रहवासी क्षेत्र में शराब दुकान खोल दी गई। इसके विरोध में महिलाएं एकजुट हो गई हैं। महिलाओं ने तुरंत एकजुट होकर शराब की दुकान पर आकर विरोध प्रदर्शन किया। सूचना पर आबकारी विभाग के अधिकारी एवं पुलिस बल पहुंचा। मौके पर मौजूद पार्षद पति लाखन पटेल ने रोहित मुकाती आबकारी स्पेक्टर को ज्ञापन देते हुए यहां से दुकान हटाने की मांग की गई।

 

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देपालपुर में भी दिखा महिलाओं का गुस्सा

इंदौर-देपालपुर मुख्य मार्ग पर बसे आगरा गांव में मातृ शक्ति की ताकत देखने को मिली। जब एक अप्रैल से देशी शराब के ठेकेदार द्वारा अपनी दुकान पूर्व में संचालित जगह से शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल चालू होने के बाद शिफ्ट करने के निर्देश के बाद वह मुख्य गांव में शासकीय उप स्वास्थ्य केंद्र की दीवार से ही लगी जगह व दूसरी और 150 फिट जगह के अंतराल में शासकीय प्राथमिक माध्यमिक स्कूल व पंचायत भवन के पास देशी शराब की दुकान खोलने की तैयारी की जा रही थी। दुकान खुल गई व जैसे ही गांव की महिलाओं को पता चला कि अस्पताल के पास देशी शराब की दुकान खुल रही है, तो सैकड़ों महिलाएं दुकान पर पहुंच गई व नारेबाजी करते हुए दुकान का शटर गिराकर वहीं बैठ गई।

 

ग्वालियरः प्रेम नगर में ऐसे किया महिलाओं ने प्रदर्शन

ग्वालियर के प्रेम नगर में खोली जा रही शराब दुकान को लेकर नागरिकों और कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों के लोगों ने सामूहिक रूप से 3 घण्टे का सांकेतिक धरना देकर विरोध किया। लोगों ने प्रशासन और सरकार से मांग की प्रेम नगर से शराब दुकान का स्थान परिवर्तन किया जाए। धरने पर बैठी क्षेत्रीय महिलाओं ने कहा, जहां शराब दुकान खोली जा रही है उसके ठीक सामने स्कूल है और यहां प्राचीन हनुमान मंदिर और ख्वाजा साहब की दरगाह है, कुछ ही दूरी साई बाबा मंदिर और निजी अस्पताल है ऐसे में यहां शराब दुकान खोलने का निर्णय सही नहीं है। इससे यहां मौहाल खराब होगा और आए दिन मारपीट जैसी घटनाएं भी हो सकती है।

 

सागर शराब दुकान पर महिलाओं ने किया पथराव

देवरी कला कस्बे में बस स्टैंड पर शराब ठेका खोलने की तैयारी देख महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया है। महिलाओं ने शराब ठेके के सामने जमकर हंगामा किया और बंद गेटों पर पत्थर बरसाए। महिलाओं ने शहर में शराब बिकवाते हुए कानून व्यवस्था को चौपट करने में पुलिस, प्रशासन और आबकारी अधिकारियों पर आरोप लगाए। महिलाओं ने शराब दुकानों को बस स्टैंड पर दोबारा खोलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

 

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शिवपुरीः महिलाओं से घबराकर भागे आबकारी अधिकारी

शिवपुरी जिले में ठकुरपुरा में भी ऐसा ही कुछ हुआ। शासकीय प्राथमिक स्कूल के पास तथा रिहायशी बस्ती में शराब की दुकान खोले जाने का विरोध करते हुए स्थानीय महिला-पुरुषों ने दो बार कलेक्ट्रेट पहुंचकर जनसुनवाई में शिकायत की। लेकिन, जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो शुक्रवार को उन्होंने सडक़ पर उतरकर न केवल विरोध किया, बल्कि दुकान में तोडफ़ोड़ करने तक की चेतावनी दे डाली। हालात बिगड़ते देख आबकारी विभाग ने बिना देर किए, वहां खोली जा रही नई शराब की दुकान में से सामान समेटा और गाड़ी में भरकर ले गए।

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