
CG News: बीजापुर जिले में राज्य शासन की पूना मारगेम पुनर्वास से पुनर्जीवन योजना के तहत बुधवार को 51 नक्सलियों ने अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इनमें 9 महिलाएं और 42 पुरुष शामिल हैं, जिन पर कुल 66 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इन सभी ने हिंसा और भ्रामक विचारधारा को त्यागते हुए संविधान में आस्था जताई तथा लोकतांत्रिक व्यवस्था में सम्मानजनक जीवन जीने का संकल्प लिया।
2025 में अब तक 461 नक्सली मुख्यधारा में लौट चुके हैं, जबकि 138 मारे गए और 485 गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं वर्ष 2024 से अब तक कुल 650 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। 196 मारे गए और 986 गिरफ्तार हुए हैं। नक्सलियों की सबसे दुर्दांत बटालियन 1 और कंपनी नंबर 1, 2 और 5 के सदस्यों ने बड़ी संख्या में सरेंडर किया है। एसीएम, प्लाटून, एरिया कमेटी सदस्य, एलओएस, मिलिशिया कमांडर व सदस्य, आरपीसी जनताना सरकार, डीएकेएमएस और सीएनएम संगठन से जुड़े कार्यकर्ता शामिल हैं।
प्रमुख आत्मसमर्पित नक्सलियों में बुधराम पोटाम उर्फ रंजीत, मनकी कोवासी, हुंगी सोढ़ी, रविंद्र पुनेम उर्फ आयतू और देवे करटाम शामिल हैं। सभी पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था। इस पुनर्वास प्रक्रिया में डीआरजी, बस्तर फाइटर, एसटीएफ, केरिपु-85, केरिपु-199 और कोबरा-210 व 201 बटालियन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि सरकार की पुनर्वास नीति से नक्सलियों में विश्वास बढ़ा है। अब उनके परिवार भी चाहते हैं कि वे सामान्य जीवन जिएं। हमारी अपील है कि जो लोग अब भी भ्रमित हैं, वे निर्भय होकर मुख्यधारा में लौटें, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित हो सके।
Published on:
30 Oct 2025 08:58 am
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