बीजापुर

नक्सलियों की उल्टी गिनती शुरू… बूढ़ा पहाड़ की तर्ज पर कर्रेगुट्टा में फतह की तैयारी, झारखंड से बुलाई स्पेशल फोर्स

Mission All Out: झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 150 किमी दूर नक्सल प्रभावित रहे लातेहार और गढ़वा जिलों के साथ स्थित बूढ़ा पहाड़ को सुरक्षा बलों ने लाल आतंक से मुक्त कराया था।

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Mission All Out: झारखंड के बूढ़ा पहाड़ को तीन दशक के बाद नक्सल आतंक से मुक्त करवाया गया था। इस ऑपरेशन का हिस्सा रहे जवानों की स्पेशल टुकड़ी को अब बीजापुर के कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि झारखंड के जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए सीधे पहाड़ तक पहुंचाया गया है।

Mission All Out: अभियान को और धार देने की तैयारी

अब इन जवानों के अनुभव के आधार पर कर्रेगुट्टा को पूरी तरह से नक्सल मुक्त करवाया जाएगा। पहाड़ के एक बड़े हिस्से पर फोर्स का कब्जा हो चुका है लेकिन अभी भी बड़ा इलाका नक्सलियों की गिरफ्त में है। (CG Naxal Operation) कहा जा रहा है कि अब भी नक्सली पहाड़ी पर मौजूद हैं। यही कारण है कि पहाड़ से नक्सलियों के पूरी तरह से सफाए के लिए अभियान को और धार देने की तैयारी चल रही है।

झारखंड से पहुंची स्पेशल फोर्स को स्थानीय जवानों ने भगौलिक स्थिति की जानकारी दे दी है। अब वे इसी के आधार पर पहाड़ की चढ़ाई करते हुए अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। मालूम हो कि झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 150 किमी दूर नक्सल प्रभावित रहे लातेहार और गढ़वा जिलों के साथ स्थित बूढ़ा पहाड़ को सुरक्षा बलों ने लाल आतंक से मुक्त कराया था।

डिजिटल डिवाइस, ड्रोन और हेलिकॉप्टर से सफलता

ऑपरेशन में जवानों के साथ ही सेंट्रलाइज्ड डिजिटल डिवाइस के साथ ही ड्रोन और हेलिकॉप्टर से भी सफलता मिल रही है। डीआरडीओ और एनटीआरओ के ड्रोन रात दिन पूरे इलाके की टोह ले रहे हैं। (CG Naxal Operation) कहा जा रहा है कि इस इलाके में जवानों को जल्द बड़ी कामयाबी मिल सकती है।

भीषण गर्मी में जवान डिहाइड्रेशन का शिकार होने के बाद भी शिफ्ट बदलकर ऑपरेशन में डटे हुए हैं। यही कारण है कि पूरे नक्सल संगठन में इस ऑपरेशन को लेकर खलबली मची हुई है। वहीं दिल्ली से पूरे ऑपरेशन की निगरानी हो रही है।

CG Naxal Operation: हिड़मा के एनकाउंटर या गिरफ्तारी से बिखरेगा संगठन

Mission All Out: बस्तर में नक्सल संगठन का बड़ा नाम माड़वी हिडमा है। पुलिस का मानना है कि इस ऑपरेशन के बाद अगर हिड़मा एनकाउंटर में मारा जाता है या फिर गिरफ्तार हो जाता है तो बस्तर में नक्सल संगठन पूरी तरह से बिखर जाएगा। हिड़मा के बाद बस्तर में नक्सलियों के पास कोई बड़ा नेतृत्व नहीं बचेगा। (CG Naxal Operation) बस्तर में नक्सलवाद की जड़े हिडमा की बदौलत मजबूत हुई है। पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में हिड़मा टॉप पर है। उस पर एक करोड़ का इनाम भी है।

Published on:
06 May 2025 07:47 am
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