
CG Naxal Threat: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने फिर से आतंक फैलाया है। बीजापुर में डीआरजी अधिकारियों को जान से मारने की धमकी देकर परचा फेंका है। भैरमगढ़ ब्लॉक के उसपरी और बैल गांव के आंगनबाड़ी और शासकीय राशन दुकान में नक्सलियों ने लोकतंत्र विरोधी पॉम्पलेट चिपका रखे हैं।
नक्सलियों ने पॉम्पलेट में लिखा है कि चुनाव का बहिष्कार करने और कांग्रेस-भाजपा के नेताओं को मार भगाने के बाद अब बारी है डी आर जी (DRG - District Reserve Force) जवानों की। माओवादियों ने पर्चे में दस जवानों का नाम लिख कर धमकी दी है कि वे सख्त सजा भुगतने को तैयार रहें।
नक्सलियों का आरोप है कि इन जवानों ने मुठभेड़ में निरीह ग्रामीणों को मार दिया था। हालांकि यह पॉम्पलेट कब चिपकाए गए हैं इस पर संशय है क्योंकि विधानसभा व लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया खत्म हो गई है। इसके बाद यह पॉम्पलेट उजागर हुए हैं। इंद्रावती एरिया कमेटी के नाम से जारी इस पॉम्पलेट में डीआजी के मोटू ओयाम, राजू ओयाम, अर्जुन ओयाम, मोटू हपका, फागु मुचाकी, वेंजाम शिवनाथ, शिवराम डोडी, लालू, पदम मोहन, कर्मा चमराल के नाम छपे हैं।
नक्सलियों ने इन भवनों के सामने स्थित पेड़ों पर पर्चा चस्पा कर पुल निर्माण में जुटे मजदूरों को भी धमकी दी है। मजदूरों को सड़क और पुल-पुलिया निर्माण में काम न करने हिदायत दी गई है। जिस जगह यह पर्चा देखा गया है वहां से कुछ किमी दूर इंद्रावती नदी पर फुंडरी और बेदरे में 2 बड़े पुल भी बन रहे हैं। नक्सली इस पुल के बनने का विरोध कर रहे हैं।
वर्सन बीजापुर जिले के भैरमगढ़ इलाके में सादे कागज में लिखे कुछ पर्चे बरामद हुए हैं विभाग इनकी तस्दीक करवा रहा है। पुलिस सतर्क है स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है इस मामले में पुलिस उचित कदम उठाएगी।
अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों को बैक फुट धकेलना के लिए पुलिस ने कारगर कदम उठाया है। इसमें पुलिस ने जिला मुयालय से करीब 35 किलोमीटर दूर मोहन्दी में नारायणपुर पुलिस एवं आइटीबीपी 53 वी वाहिनी के द्वारा नवीन कैंप खोला गया है। कोहकामेटा थाना क्षेत्र के मोहन्दी में नवीन कैंप स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। मोहन्दी में नवीन कैंप स्थापित होने से आसपास के क्षेत्र में सड़क, पानी, पुल पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार एवं नक्सल उन्मूलन अभियान में तेजी आएगी।
नक्सलियों का खात्मा करने जवानों ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक तरफ जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते है उनके लिए पुलिस अधिकारी बस्तर के इलाकों में जा-जाकर अभियान चला रहे है। पुलिस द्वारा अभियान चलाने से नक्सली प्रेरित होकर आत्मसमर्पण कर रहे है। वहीं कुछ आतंकी जंगलों में छिपकर उत्पात मचा रहे है। इन आतंकियों के लिए जवान घने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे है। बता दें कि 100 दिनों में जवानों ने मुठभेड़ में 105 आतंकियों को मार गिराया है।
बीते चार महीने में फोर्स ने अलग-अलग मुठभेड़ में 91 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जो यह बताता है कि फोर्स अब बस्तर में गियर बदल चुकी है। पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। बीते अप्रैल के महीने में ही 50 नक्सली मारे गए हैं।
समूचे बस्तर में फोर्स के जवानों का मनोबल भी इस वक्त काफी ऊंचा है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में बीते महीने 16 तारीख को हुई मुठभेड़ में जवानों ने 29 नक्सलियों को जब मार गिराया तो इसे फोर्स की सबसे बड़ी सफलता बताया गया। नारायणपुर जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में भी जवानों ने बेहद सुनियोजित तरीके से 10 नक्सलियों को मारा।
बीते चार महीने में फोर्स ने अलग-अलग मुठभेड़ में 91 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जो यह बताता है कि फोर्स अब बस्तर में गियर बदल चुकी है। पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। बीते अप्रैल के महीने में ही 50 नक्सली मारे गए हैं।
बस्तर को आतंकी दहशत (CG Naxal Threat) से मुक्त कावाने के लिए जवान एड़ी-चोटी की मेहनत कर रहे है। एक तरफ एम्बुंश चलाकर घात लगाए नक्सलियों को मुहतोड़ जवाब दे रहे है। वहीं हर इलाके में अभियान चलाकर माओवादियों की घर वापसी करवा रहे है। इससे प्रभावित होकर बहुत से माओवादियों से आतंक का साथ छोड़कर साधारण जीवन जीने के लिए आत्मसमर्पण कर लिया है।
Updated on:
20 May 2024 06:31 pm
Published on:
18 May 2024 07:37 am
बड़ी खबरें
View Allबीजापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
