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सरकारी विभाग में गैराज में खड़ी गाड़ियां भी पीती हैं तेल, अफसरों ने सरकार को ऐसे लगाया चूना

पेट्रोल घोटाले में सीएमओ के ड्राइवर आमने-सामने, आडियो वायरल

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Car of BIjnor CMO

बिजनौर. आरटीआई के जरिए बिजनौर सीएमओ को मिली सरकारी गाड़ी से करोड़ों रुपये की तेल चोरी का मामला प्रकाश में आया था। इस तेल चोरी प्रकरण में जनपद के पूर्व 3 सीएमओ का नाम प्रकाश में आया है। इस मामले में सीएमओ की दो-दो गाड़ियों में तेल खर्च को दिखा कर बिल विभाग को भेजा गया। जबकि, सच्चाई ये है कि एक ऐम्बेसडर गाड़ी पिछले 3 साल से गैराज पर खड़ी है। उधर इस मामले की जांच कर रहे तत्कालीन सीएमओ राकेश मित्तल ने इस जांच को करने से मना करते हुए डीएम द्वारा दूसरे किसी मजिस्ट्रेट अधिकारी से जांच कराने के लिए कहा है।

वहीं, इस मामले के सामने आने के बाद अब सीएमओ ऑफिस के दो ड्राइवर आमने-सामने आ गए हैं । इसी को लेकर एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सूबे में पहले बसपा सरकार में घोटाले और भ्रष्टाचार का बोलबाला था फिर सपा राज में भी घोटाले हुए और अब अफसरों की हिम्मत भी देखिए कि योगी राज में भी घोटाले करने से बाज नहीं आ रहे हैं । बिजनौर में एक ड्राइवर ने जिले के सीएमओ की गाड़ियों में हो रही तेल चोरी की पोल खोल कर रख दी है । बिजनोर सीएमओ की खराब गाड़ी जोकि गैराज में 3 सालों से खड़ी है, वो भी लगातार तेल पी रही है।


आरटीआई से हुए खुलासे से पता टला है कि ये काम काफी समय से चल रहा था। इसे देखते हुए करोड़ों रूपए के घोटाले की आशंका जताई जा रही है । इस मामले में अब परते खुलती नजर आ रही है, क्योंकि इस मामले में अब सीएमओ के दो ड्राइवरों भोपाल और रईस अहमद ने सीएमओ को प्रार्थना पत्र देकर अपना ट्रान्सफर कराने की गुहार लगाई है । सीएमओ को 20 हजार की रिश्वत देकर अपना ट्रांसफर करने की बात सीएमओ का ड्राइवर भोपाल आडियो में कह रहा है ।

हम आपको बता दें कि तेल घोटाले की जांच में जिले के स्वास्थ्य विभाग के 3 पूर्व सीएमओ जहां फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं । वहीं, ये जांच सीएमओ के दोनों ड्राइवरों पर भी पहुंचती दिखाई दे रही है । सीएमओ का वर्तमान ड्राइवर भोपाल ने अपना बचाव करते हुए ड्राइवरों के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह से आंदोलन की बात फोन पर की है, जिसमें ड्राइवर भोपाल कह रहा है कि अगर मैं फसता हूं तो कई लोग फसेंगे । इतना ही नहीं भोपाल सीएमओ की रिश्वत देने की बात भी कह रहा है और अपना ट्रांसफर कराने की फिराक में लगा है।

ड्राइवर भोपाल और ड्राइवर अध्यक्ष राजपाल सिंह का ऑडियो वायरल

आपको बता दें कि स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं कर्मचारी कल्याण के जिला अध्यक्ष टीकम सिंह ने यह मामला शासन स्तर पर भेजवाया था। इस मामले में शासन से जांच महालेखाकार एवं सतकर्ता विभाग से कराए जाने की मांग की गई थी, लेकिन जिलाधिकारी ने ये जांच बिजनौर सीएमओ से कराने के आदेश दिए थे । इस संबंध में तैनात सीएमओ ने जिला अधिकारी बिजनौर जगत राज त्रिपाठी को पत्र भेजकर जांच किसी अन्य सक्षम अधिकारी से कराने का अनुरोध किया है।

एक के बाद एक सीएमओ ऐसे करते रहे तेल की चोरी
इस घोटाले का खुलासा आरटीआई में मांगी गई सूचना से हुआ था। बीती 14 नवंबर को ये जानकारी विभाग ने आरटीआई लगाने वाले टीकम सिंह को दी थी। इस में बताया गया है कि जनपद बिजनौर के सीएमओ आफ़िश में सीएमओ के नाम पर दो गाड़ियां हैं। इनमें पुरानी गाड़ी अम्बेसडर संख्या यूपी 32 बीजी 1041 है, जो पिछले 3 साल से विभाग को नई गाड़ी बोलेरो मिलने के बाद खड़ी बताई जा रही है। नई बोलेरो की संख्या यूपी 32 बीजी 6512 आ गई थी। इससे साफ जाहिर होता है कि सीएमओ एक समय में एक से अधिक सरकारी गाड़ियों को अपने उपयोग में नहीं ला सकते हैं। लेकिन सीएमओ ऑफ़िस के प्रतिरक्षण विभाग से आरटीआई लगाने वाले को दी गई जानकारी चौकाने वाली है। इस में बताया गया है कि वर्ष 2015 से 2017 में अमूमन हर पल्स पोलियो अभियान में खड़ी इस अम्बेसडर कार को भी तेल देने का मामला प्रकाश में आया है। संगठन के जिला महामंत्री टीकम सिंह की ओर से आरटीआई की जानकारी का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत-पत्र में कहा गया है कि पूर्व सीएमओ डॉ अभिमन्यु अगस्त 2009 से अप्रैल 2011 तक यहां कार्यरत रहे, जो लखनऊ के निवासी थे। वो बिना अनुमति वाहनों को लखनऊ ले जाते थे और यात्रा में लगने वाला पेट्रोल का समायोजन जनपद के सीएचसी पीएचसी की दौरे में दर्शाते थे। पूर्व सीएमओ डॉ. एसके अग्निहोत्री 2012 से अप्रैल 2015 तक यहां कार्यरत रहे और इनकी पत्नी मुरादाबाद में सरकारी डॉक्टर के पद पर तैनात थी और बिजनौर से सरकारी वाहन से मुरादाबाद आती जाती रही। इनके द्वारा भी वाहन के ईंधन का समायोजन सीएचसी और पीएचसी दौरे दिखाकर किया गया है। पूर्व सीएमओ डॉ सुखवीर सिंह जुलाई 2016 से जून 2017 तक जनपद में कार्यरत रहे। यह मूलतः मेरठ के रहने वाले थे और रोजाना आना-जाना करते थे। इनके द्वारा भी सीएचसी और पीएचसी दौरे को दिखाकर समायोजन किया गया है और सरकारी करोड़ों रुपए की तेल की चोरी कर सरकारी खजाने को लूटने का काम किया गया है।


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