
सांसद बनते ही इस बसपा नेता के खिलाफ गैर जमानती वारंट हुआ जारी
बिजनौर। दो बार हार मुंह देखने के बाद लाेकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन के साथ जीत दर्ज करने वाले बसपा सांसद के खिलाफ दिल्ली कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। यह वारंट टीडीएस काटकर आयकर विभाग में जमा न कराने पर किया गया है। इस मामले में कोर्ट में हाजिर न हाेने पर उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। सांसद मलूक नागर दिल्ली की कंपनी मैसर्स एम्स सान्या डेवलपर्स प्राइवेट लिमटेड में निदेशक है। मलूक नागर ने इस लोकसभा चुनाव में अपनी चल सम्पति 108 करोड़ 52 लाख। जबकि अचल सम्पति 111 करोड़ दिखाई थी। मलूक नागर ने बिजनाैर लाेकसभा सीट से बीजेपी प्रत्यशी कुंवर भारतेंद्र को 67 हज़ार वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अमीर प्रत्याशियों में शामिल है मलूक नागर का नाम
जानकारी के अनुसार मेरठ निवासी मलूक नागर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर प्रत्याशियों की में शामिल है। इनका दिल्ली नोएडा सहित कई जगहों पर बड़ा व्यापार है। बताया जा रहा है कि सांसद मलूक नागर दिल्ली की एक कंपनी मैसर्स एम्स सान्या डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक है। आरोप है कि उन्होंने यहां पर कर्मचारियों को टीडीएस काटा, लेकिन वह आयकर विभाग को जमा नहीं कराया। जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है। इतना ही नहीं इस मामले में कोर्ट द्वारा मलूक नागर के खिलाफ समन के बाद गैर जमानती वारंट जारी किया है।
मलूक नागर की राजनीति में भी है खासी पृष्ठ भूमि
मलूक नागर की राजनीति में शुरुआत सन 1998 में हुई है और उसी साल कांग्रेस के टिकट पर मेरठ विधानसभा से चुनाव लड़े और विधायक बने। इन्होने बीजेपी के कृष्णवीर सिरोही को हराया था। उसके बाद साल 2004 में रालोद -सपा के गठबंधन में मेरठ से सांसद का चुनाव लड़ा और बसपा के शाहिद अखलाख से हार गये। इसके बाद साल 2009 में बसपा के टिकट मेरठ लोकसभा से चुनाव लड़े और बीजेपी के राजेन्द्र अग्रवाल ने हराया। उसके बाद साल 2014 में बसपा से बिजनौर लोकसभा का टिकट मिला। यहां एक बार फिर इन्हें हार का सामना करना पड़ा और ये तीसरे नंबर पर रहे। इस बार मलूक नागर ने फिर से चुनाव लड़ा और बीजेपी प्रत्यशी कुंवर भारतेंद्र को 67 हज़ार वोटों से हराकर इस सीट पर कब्ज़ा कर बिजनौर लोकसभा से सांसद चुने गए है।
Published on:
31 May 2019 01:35 pm
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