
खेत में फसल लहलहाने के बाद भी भुखमरी के कगार पर पहुंचा किसान, परेशान करने वाली है वजह
बिजनौर. एक तरफ जहाँ प्रदेश में अन्नदाता कहे जाने वाले किसान गरीबी और लाचारी को लेकर खुदकुशी कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ किसान अपनी फसल और फसलों के दामों को लेकर अब परेशान दिख रहा है। इसी कड़ी में बिजनौर के मण्डावर थाना क्षेत्र के खिरनी गांव में धान की फसल में बाली न आने से किसान खासा परेशान और दुखी है। किसान का आरोप है कि उसने सरकारी बीज भण्डार से धान का बीज खरीदा था। जिसमें दुकानदार ने एक बीघा जमीन में 7 क्विंटल धान पैदा होने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब 30 बीघा खेत में लगे धान की फसल में बाली न आने के कारण किसान के सामने अपने परिवार के रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
पीड़ित किसान सुशील कर्णवाल ने बताया कि धान की फसल खड़ी होने के बाद फसल पर बाली नही आई। इसकी शिकायत करने किसान सरकारी बीज भंडार पंहुचा। मगर दुकानकार ने पल्ला झड़ते हुए खेत को देखने की बात कही। खेत में खड़ी फसल से किसान को लाखों का नुकसान होने की आशंका है। किसान ने जब कृषि अधिकारियों से बात की तो उन्होंने भी जांच कर किसान को उचित मुआवजा देने की बात कही । किसान का आरोप है कि सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हमारे भारत देश में किसान का कोई महत्व नहीं देता । सत्ता बदली, सरकार बदली मगर किसान वहीं का वहीं है। आज भी किसानों को अपनी फसल के उचित दाम के लिये लड़ाई लड़नी पड़ रही है।
Published on:
18 Oct 2018 05:54 pm
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