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इस बार बगैर कोरोना टेस्ट हरिद्वार नहीं जा सकेंगे कांवड़िये, जारी हुई गाइडलाइन

Highlights - कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत प्रशासन ने शुरू की कांवड़ यात्रा की तैयारियां - इस बार मास्क और बिना कोरोना जांच के हरिद्वार में प्रवेश नहीं कर सकेंगे कांवड़िये - पुलिस चैक पोस्ट पर पुलिसकर्मी प्रमाण पत्रों और मास्क देखने के बाद ही आगे जाने की अनुमति देंगे

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
बिजनौर. महाशिवरात्रि से पहले जल्द ही कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है। कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार हरिद्वार कांवड़ लेने जाने वाले श्रद्धालु बगैर कोरोना टेस्ट के हरिद्वार नहीं जा सकेंगे। डीएम रमाकांत पांडेय ने कहा कि कांवड़ियों के लिए कोरोना की जांच कराना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि मास्क और कोविड प्रमाण पत्र के बगैर किसी को भी हरिद्वार जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले की सभी पुलिस चैक पोस्ट पर पुलिसकर्मी प्रमाण पत्रों और मास्क देखने के बाद ही आगे जाने की अनुमति देंगे।

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जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान महाशिवरात्रि पर्व शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के निर्देश जारी किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत कोविड-19 के दृष्टिगत कांवड़ियों के लिए स्वास्थ्य जांच के साथ कोविड-19 टेस्ट प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि इस बार कांवड़ियों के लिए मंदिरों के अलावा विभिन्न स्थानों पर होने वाली जलपान की व्यवस्था के साथ कैंप भी प्रतिबंधित रहेंगे।

उन्होंने सीएमओ डॉ. विजय यादव से कहा कि 6 से 12 मार्च तक एक स्वास्थ्य मोबाइल वैन की स्थायी व्यवस्था करें, ताकि अचानक बीमार पड़ने वाले कांवड़ियों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जा सके। वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से कहा कि वह 8 मार्च से पहले सभी कांवड़ मार्गों की मरम्मत का काम पूर्ण करवाकर सड़क किनारे के गड्ढे भरवाएं। इसके साथ ही नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंदिरों और उसके आसपास स्थानों पर सफाई की व्यवस्था करें और सड़कों पर स्वच्छ पेयजल के साथ मोबाइल शौचालयों का प्रबंध कराएं।

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