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आठवीं बोर्ड: ए, बी, सी, डी पास, ई मतलब सप्लीमेंट्री

33 प्रतिशत से कम अंक वाले विषय की पूरक परीक्षा देने पर मिलेगा नौंवीं में प्रवेश। यानि ए, बी, सी, डी ग्रेड मिली तो आठवीं पास, अगली कक्षा 9 में क्रमोन्नत होना। जबकि ई ग्रेड का मतलब होगा सप्लीमेंट्री।

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आठवीं बोर्ड: ए, बी, सी, डी पास, ई मतलब सप्लीमेंट्री

आठवीं बोर्ड: ए, बी, सी, डी पास, ई मतलब सप्लीमेंट्री

निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अनुसार भले ही कक्षा आठवीं बोर्ड में किसी विद्यार्थी को अनुत्तीर्ण घोषित नहीं किया जाता है। परन्तु विद्यार्थी के 33 प्रतिशत से कम अंक रहने वाले विषय में ई ग्रेड दी जाएगी।

इसका मतलब होगा कि इस विषय की पूरक परीक्षा देनी होगी। यानि ए, बी, सी, डी ग्रेड मिली तो आठवीं पास, अगली कक्षा 9 में क्रमोन्नत होना। जबकि ई ग्रेड का मतलब होगा सप्लीमेंट्री।प्रारंभिक शिक्षा निदेशक बीकानेर ने ग्रेडिंग सिस्टम में पांच तरह की ग्रेड तय की है।

इन पांच ग्रेडिंग को प्राप्त करने के लिए अंक भी निर्धारित हैं। कक्षा आठ की बाेर्ड की परीक्षा 2024 में दक्षता आधारित प्रश्न शामिल किए जाएंगे। साथ ही बीस अंक सत्रांक के लिए एवं 80 अंक लिखित मूल्यांकन के लिए रखे गए हैं। सत्रांक के बीस अंकों में से पांच अंक उपस्थिति तथा 15 अंक एसए-1, एसए-2 अन्य शैक्षिक व्यक्तिगत गुण, अभिवृत्ति आधारित गतिविधियां के आधार पर दिए जाएंगे।

परीक्षा परिणाम की ग्रेड का निर्धारण

अंक प्रतिशत 81-100, 61-80, 41-60, 33-40, 0-32

ग्रेड ए बी सी डी ई

उपस्थिति के अंक का यह रहेगा फार्मूला

86 से 100 प्रतिशत 5 अंक

76 से 85 प्रतिशत 4 अंक

65 से 75 प्रतिशत 3 अंक

परीक्षा के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य

कक्षा आठ में अध्ययनरत नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए परीक्षा तैयारी अवकाश तक न्यूनतम 75 फीसदी उपस्थिति देना अनिवार्य है। संस्था प्रधानों की ओर से विद्यार्थियों की बीमारी अथवा अन्य कारणों के आधार पर अपने विवेक के अनुसार उपस्थिति में दस प्रतिशत तक की छूट दी जा सकती है।

मूल 6 विषयों का दक्षता आधारित परीक्षा से मूल्यांकन किया जाएगा। कला शिक्षा, कार्यानुभव, स्वास्थ्य व शारीरिक शिक्षा विषयों के लिए विद्यालय स्तर पर किए शैक्षिक कार्यों तथा गतिविधियों के आधार पर पांच पॉइंट स्केल पर आधारित ग्रेड दी जाएगी।