बिश्नोई ने आरोप लगाया कि पंचायत परिसीमनका कार्य उपखण्ड एवं कलक्टर कार्यालय राजनीतिक दबाव में कर रहा है। नियमों की अवहेलना की जा रही है। नोखा उपखण्ड में तीसरी नवसृजित पंचायत समिति जसरासर को प्रस्तावित करके खारिज कर रहे हैं। इसी तरह श्रीडूंगरगढ़ में नवसृजित पंचायत समिति का जनहित में मुख्यालय सेरुणा होना चाहिए, लेकिन राजनीतिक पूर्वाग्रहों से मुख्यालय ऊपनी बनाया जा रहा है, जो अनुचित है। उन्होंने बिजली दरों में बढ़ोतरी, किसानों के ऋण वितरण पर भी सवाल खडे़ किए।
परिसीमन में नियमों की अवहेलना शहर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य ने कहा कि स्थानीय निकायों के परिसीमन कार्य में नियमों की अनदेखी की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिसीमन नियमों के तहत नहीं कर राजनीतिक आधार पर किए जा रहे है। भाजपा ने इस प्रकार के परिसीमन पर आपत्तिया जताई है और आगे भी विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि परिसीमन में नक्शा कुछ है, और धरातल पर स्थिति कुछ और है। आचार्य ने शहर में चोरी की लगातार बढ़ रही घटनाओं पर सरकार व प्रशासन पर सवाल उठाए। पत्रकार वार्ता के दौरान महामंत्री मोहन सुराणा, भाजपा नेता रामगोपाल सुथार, जालम सिंह भाटी, ताराचंद सारस्वत, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, अशोक भाटी, विक्रम सिंह राजपुरोहित आदि उपस्थित रहे।