डॉ. कल्ला ने कहा कि रेलवे फाटकों के कारण शहर का आमजन लम्बे समय से पीडि़त है। इसलिए इस समस्या का समाधान मिल-जुल कर करना होगा। ज्ञात हो कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बीकानेर में एलीवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव रखा था। इस संबंध में उन्होंने बजट भी स्वीकृत कर दिया, लेकिन व्यापारियों के विरोध के चलते वह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई।
पिछली सरकार पर साधा निशाना ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि वर्षों से रेलवे फाटक शहर के लोगों की समस्या बने हुए हैं, लेकिन इस संबंध में जमीनी कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व में स्वीकृत एलीवेटेड रोड को लेकर सर्वे के बाद बजट भी आवंटित हो चुका था, लेकिन तत्कालीन भाजपा सरकार ने रेलवे के साथ एमओयू नहीं किया। उन्होंने कहा कि रेलवे बाइपास के 26.5 किलोमीटर मार्ग पर लालगढ़ से नाल तक रेलवे ट्रैक भी बन गया है। शेष 14.5 किलोमीटर नाल से गाढ़वाला तक का कार्य हो जाने से बाइपास का कार्य पूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाइपास, एलीवेटेड रोड अथवा रेलवे टनल जैसे प्रस्तावों के बाद प्राप्त सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आगे बैठक की जाएगी। कलक्टर गौतम ने कहा कि रेल बाइपास के लिए जमीन उपलब्ध करवा दी जाएगी।
दो अण्डरब्रिज बनेंगे डॉ. कल्ला ने रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग और लालगढ़ गुरुद्वारे के पास दो अण्डरब्रिज बनाने की बात कही। उन्होंने बताया कि रानीबाजार अण्डरब्रिज पर 5 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं लालगढ़ के पास बनने वाले अण्डरब्रिज पर 3 करोड़ 40 लाख रुपए व्यय होंगे। उन्होंने बीकानेर से नागौर के बीच आने वाले पांच रेलवे फाटकों के समाधान की बात भी कही।