राजस्थान में HMPV Virus की दस्तक के बाद जागा बीकानेर स्वास्थ्य विभाग, 11 में से 6 ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खामी
Bikaner News: पीबीएम अस्पताल परिसर में कोरोनाकाल में सरकार तथा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. गौरीशंकर जोशी ने टीम के साथ एक-एक प्लांट का निरीक्षण किया।
Bikaner PBM hospital: राजस्थान में एचएमपीवी वायरस की दस्तक के साथ ही बीकानेर का पीबीएम अस्पताल प्रशासन सतर्क हो गया है। हालांकि जिले में इस वायरस से पीड़ित कोई भी मामला सामने नहीं आया है। फिर भी एहतियात बरतते हुए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।
अस्पताल में परिसर में कोविड संक्रमण के दौरान स्थापित किए गए ऑक्सीजन प्लांट की प्रशासन ने सुध ली। इसका निरीक्षण किया और सुधार के निर्देश भी दिए। इसके अलावा संक्रमित मरीजों को अलग से भर्ती करने के लिए बीकानेर के एमसीएच भवन को भी रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही आवश्यक दवाइयां तथा सैंपल जांच के लिए भी व्यवस्था बनाए रखने को कहा।
11 प्लांट की हकीकत देखी
अस्पताल परिसर में कोरोनाकाल में सरकार तथा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. गौरीशंकर जोशी ने टीम के साथ एक-एक प्लांट का निरीक्षण किया। पांच प्लांट चालू हालत में मिले, जबकि अन्य प्लांट में कुछ तकनीकी खामी बताई गई।
इसके बाद प्लांट को सुधारने के लिए संबंधित कंपनी से संपर्क किया गया। इस समय डी वार्ड, जे वार्ड, हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वस्कुलर सेंटर, बच्चा अस्पताल तथा 16 नंबर आउटडोर के पास लगा प्लांट सही स्थिति में मिला।
अभी तक वायरस से संक्रमित कोई मरीज नहीं आया है। फिर भी एमसीएच भवन को तैयार किया गया है। मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष एवं उप प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि अगर कोई संक्रमित आया, तो उसे भर्ती करने के लिए एमसीएच में सारी व्यवस्थाएं की हुई हैं।
यह वीडियो भी देखें पूर्व में यहां डेंगू के मरीजों को भर्ती किया जा रहा था, लेकिन अब कड़ाके की सर्दी पड़ने के कारण डेंगू के मरीज आने बंद हो गए हैं। इस वजह से इसे बंद कर दिया गया था। अब एचएमपीवी वायरस को देखते हुए वापस एमसीएच भवन में तैयारियां की गई हैं।
तैयारियां परख रहे हैं
हालांकि अभी तक वायरस से संक्रमित सामने नहीं आया है। फिर भी हम अपनी तैयारियां परख रहे हैं। ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया है। पांच प्लांट सही स्थिति में हैं। अन्य की स्थिति सुधारने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। आवश्यकता हुई, तो अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।