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यूक्रेन में युद्ध भूमि से बोला बीकानेर का युवक… सही सलामत हूं, वापस गांव बुला लो पापा

रूस पढ़ने गए अर्जुनसर के युवक अजय गोदारा को यूक्रेन युद्ध में भेजने के बाद से परेशान उसके परिवार के लिए राहत भरी कॉल आई।

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फोटो पत्रिका नेटवर्क

बीकानेर। रूस पढ़ने गए अर्जुनसर के युवक अजय गोदारा को यूक्रेन युद्ध में भेजने के बाद से परेशान उसके परिवार के लिए बुधवार सुबह राहत भरी कॉल आई। अजय ने सुबह अपने पिता महावीर प्रसाद को कॉल किया और बताया कि वह सकुशल, सही सलामत है। उसने वापस गांव बुलाने की अपने पिता से गुहार भी की। इस वीडियो कॉल में बेटे का चेहरे देख पिता के चेहरे पर भी चमक तो आ ही गई। साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों ने भी राहत की सांस ली।

अर्जुनसर निवासी महावीर प्रसाद ने पत्रिका को बताया कि बेटे के साथ करीब पांच मिनट बात हुई। बेटे ने बताया कि वह यूक्रेन के सिलीडोज सिटी के पास रूसी सेना के कैम्प है। पहले उसे अग्रिम मोर्च पर तैनात सैन्य टुकड़ी में रखा हुआ था। मंगलवार देर रात उसे रूसी सेना के मेडिकल कैम्प में भेज दिया गया। उसने परिजनों को बताया कि वह ठीक है। उसके आस-पास के क्षेत्र में रूस और यूक्रेनी सेना के बीच लगातार बमबारी और फायरिंग चल रही है।

मां की आंख भर आई…

बेटे का कॉल आने का मां कलावती भी उसकी एक झलक देखने के लिए आतुर हो गई। चंद सैकेंड बातचीत के दौरान मां की आंख भर आई। कॉल पर अजय ने अपनी दादी, छोटी बहन व चचरे भाई प्रकाश के बारे में भी बात की।

एक बारगी कैम्प में भेजा, अगली टुकड़ी में भेजने से चिंतित

अजय ने मोबाइल कॉल पर बताया कि उसे रात को रूसी सैन्य टुकड़ी से अलग कर मेडिकल कैम्प में भेज दिया गया। रूसी सेना के अन्य जवानों ने उसे बताया कि पीछे से सेना की एक और टुकड़ी आ रही है। उसके पहुंचने तक उसे मेडिकल कैम्प में रखा जाएगा। इसके बाद सेना की टुकड़ी के साथ अग्रिम मोर्च पर भेजेंगे अथवा वापस रूस इसका पता नहीं है।

मंत्री से मिले परिजन

राजस्थान सरकार के मंत्री सुमित गोदारा बुधवार को लूणकरनसर तहसील के रतनीसर गांव में जनसुनवाई के लिए पहुंचे तो वहां पर युवक अजय के परिजन उनसे मिलने पहुंचे। ग्रामीणों के साथ अजय के पिता ने मंत्री गोदारा को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने अजय की सकुशल स्वदेश वापसी की गुहार लगाई। पत्रिका में इस मामले की खबर छपने के बाद पटवारी भी अजय के घर पहुंचा। परिजनों ने कलक्टर के नाम प्रार्थना-पत्र भी पटवारी को सौंपा।

बेटे के लिए किसी के पास भी जाऊंगा

बेटा अजय मुसीबत में है तो परिवार के लोग चेन से कैसे रह सकते है। उसकी घर वापसी के लिए जहां भी जाना पड़ा जाएंगे। केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्रियों से सम्पर्क साध रहे है। विदेश मंत्री से मुलाकात करने के लिए समय भी मांगा है।

  • महावीर प्रसाद, (अजय के पिता)