शनिवार को धमोळी मनाई जाएगी। धमोळी को लेकर शहर में कई जगह नमकीन की अस्थायी दुकानें सज गई है। धमोळी व बड़ी तीज को लेकर घर-घर में तैयारियां चल रही है। बहन-बेटियों के ससुराल सत्तू भेजे जा रहे है। दुकानों पर भी सत्तू, आछरी के लिए मिठाईयां, फल, वस्त्र आदि की खरीदारी चल रही है।
घर-घर बन रहे सत्तू बड़ी तीज पर बहन-बेटियों के ससुराल सत्तू भेजने की परम्परा के तहत शुक्रवार को घर-घर में सत्तू तैयार करने और उनको सजाने का काम चलता रहा। घर-परिवार की महिलाओं ने बेसन, चावल, घी और चीनी से बनाए गए सिग, बारा और मुठड़ी तैयार की।
सिग को बादाम, काजू, किसमिस, अखरोट, मिश्री, बर्ग आदि से सजाकर उन पर चांदी की पताका लगाकर बहन, बेटियों के ससुराल भेजी गई। वहीं कई लोगों ने मावा और काजू की भी सिग और बारा बनाए। दुकानों पर भी दिन भर सत्तुओं की खरीदारी चलती रही।
नमकीन की सजी दुकानें
धमोळी के दिन कचौली, समोसा, दही बड़ा और विभिन्न प्रकार के पकौड़ों की घर-घर होने वाली बिक्री को लेकर शहर में गली-मोहल्लों में नमकीन की अस्थायी दुकानें सज गई है। बड़ी मात्रा में होने वाली बिक्री को देखते हुए नमकीन बनाने के कई कारीगर इन दुकानों पर काम में जुट गए है। देर रात तक विभिन्न प्रकार की नमकीन बनाने की तैयारियां चलती रही। शनिवार को दिनभर इन दुकानों पर नमकीन बनाने और खरीददारी का क्रम चलेगा।
धमोळी के दिन कचौली, समोसा, दही बड़ा और विभिन्न प्रकार के पकौड़ों की घर-घर होने वाली बिक्री को लेकर शहर में गली-मोहल्लों में नमकीन की अस्थायी दुकानें सज गई है। बड़ी मात्रा में होने वाली बिक्री को देखते हुए नमकीन बनाने के कई कारीगर इन दुकानों पर काम में जुट गए है। देर रात तक विभिन्न प्रकार की नमकीन बनाने की तैयारियां चलती रही। शनिवार को दिनभर इन दुकानों पर नमकीन बनाने और खरीददारी का क्रम चलेगा।