
पीबीएम से संबद्ध शिशु अस्पताल में गुरुवार अलसुबह दो माह की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पीबीएम के सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए। करीब डेढ़ घंटे बाद उच्चाधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ और परिजन शव ले गए।
रामपुरा बस्ती गली नंबर १८ निवासी श्रीराम प्रजापत की दो माह की पुत्री सुगना की तबीयत खराब होने पर उसे २७ जनवरी को भर्ती कराया गया। सात फरवरी को बच्ची के सिर का ऑपरेशन किया गया। उसके बाद से बच्ची राठी वार्ड के रूम नंबर ४४ में भर्ती थी। डॉ. आरके सोनी के देखरेख में इलाज चल रहा था।
दो दिन से बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब थी। बुधवार रात को ड्यूटी डॉक्टर आशीष त्रिवेदी ने कोई सुनवाई नहीं की। आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही के चलते गुरुवार सुबह छह बजे बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद परिजन व रिश्तेदार एकत्रित हो गए। परिजनों ने चिकित्सकों के खिलाफ रोष जताया।
मामला बिगड़ता देख पीबीएम पुलिस चौकी से पुलिस एवं सुरक्षाकर्मियों को बुला लिया । परिजनों ने चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। हंगामे की सूचना मिलने पर एशोसिएट प्रोफेसर डॉ. जीएस तंवर मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से समझाइश कर मामला शांत कराया।
लारवाही का आरोप
बच्ची की मौत चिकित्सकों की लापरवाही से हुई है। चिकित्सक अपनी गलती मान नहीं रहे हैं। मेरी बच्ची के साथ जो हुआ दूसरों के साथ ऐसा न हो इसलिए जिला प्रशासन को चाहिए कि मामले की जांच कराकर दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करें।
श्रीराम प्रजापत, बच्ची के पिता
जन्मजात बीमारी
बच्ची आरनोल्ड चेरी मालफोरर्मेशन संबंधी जन्मजात बीमारी से पीडि़त थी। दीमाग में पानी भर रहा था। हाल ही में ऑपरेशन कर वीपी स्टेंट डाला गया था। इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई थी।
डॉ. आरके सोनी, सीनियर प्रोफेसर शिशु अस्पताल
Published on:
16 Feb 2018 10:49 am
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