चारे में हाथ डालते ही उसे सांप ने काट लिया। पहले तो उसने सोचा कि कांटा चुभा होगा, लेकिन उसने चारे में फिर हाथ डाला तो सांप ने जोर से काट लिया। उमाराम ने हाथ झटका तो सांप बाहर निकल आया। इस पर वह घबरा गया और परिजनों को सूचना दी। पहले तो परिजन गांव में ही भोपा (झाड़-फूंक वाला) के पास ले गए, लेकिन उसकी तबीयत नहीं सुधार तो रात को पीबीएम अस्पताल पहुंचे।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सरपंच के भाई की सर्पदंश से मौत के बाद मंगलवार को दिनभर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल रहा, जो चर्चा का विषय बना रहा। वीडियो में सरपंच के भाई उमाराम पर एक भोपा झाड़-फूंक करते नजर आ रहा है। वह उमाराम के हाथ पर सर्पदंश की जगह मुंह से खून चूस-चूस कर थूक रहा है और बार-बार पानी से कुल्ला कर रहा है।
भोपाओं के चक्कर में गई तीन जान भोपा करीब डेढ़ घंटे तक उमाराम के शरीर से सांप का जहर उतारने का दावा करते हुए झाड़-फूंक करता रहा, लेकिन तबीयत में सुधार होने की बजाय और बिगड़ती गई। आखिरकार परिजनों को उसे अस्पताल ले जाना ही पड़ा। गांव के लोगों के मुताबिक ढाई-तीन साल पहले गांव के ही शंकरलाल मेघवाल व चंचाराम डूडी को सांप ने डस लिया था।
तब भी परिजन भोपे के पास गए थे। दोनों को समय पर उचित इलाज नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई थी। वर्तमान में काफी जागरूकता होने के बावजूद गांवों में लोग आज भी झाड़-फूंक के चक्कर में फंस कर जान गंवा रहे हैं।