करंट लगने से यह पहली मौत नहीं है। इससे पहले भी कई लोग अकाल मौत का ग्रास बन चुके हैं। असल में हमारे आसपास कई एेसी वस्तुएं पड़ी होती है, जिन्हें हम बिना सोचे समझे काम में लेते हैं। बिजली के उपकरणों को बिना जांचे-परखे काम में लेना खतरे से खाली नहीं होता। कूलर में पानी भरते, चालू पानी की मोटर में स्पार्र्किंग, बिजली के नंगे तारोंं को बिना सावधानी छूने की कोशिश दुर्घटना का शिकार बना सकती है। परिजनों को चाहिए कि छोटे बच्चों को हरसंभव हो सके उतना बिजली के उपकरणों से दूर रखें। साथ ही उन्हें उपकरणों की अनदेखी से होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में भी बताएं, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
बीकानेर. देशनोक थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार को खाना खाने के बाद एक ही परिवार के पांच लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बाद में पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। भर्ती लोगों में चार की स्थिति गंभीर बताई जाती है। पीबीएम पुलिस चौकी के हैड कांस्टेबल साहबराम डूडी ने बताया कि देशनोक के गिगासर गांव में एक ट्यूबवेल पर रात को खाना खाने के बाद परिवार के पांच लोगों को एक साथ उल्टियां होने लगी। इनमें सहीराम पुत्र मालूराम (५१), राजेन्द्र पुत्र सहीराम, संतोष देवी पत्नी सहीराम, जसोदा पत्नी महिपाल तथा श्याम सुन्दर पुत्र सहीराम हैं।
सुरजाराम पुत्र सादुलाराम की तबीयत बिगडऩे पर शनिवार को पीबीएम अस्पताल लाए थे, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।