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एएनसी पंजीयन में तथ्य हुए उजागर, ना भामाशाह ना राशन कार्ड, ऐसे में कैसे मिलेगा योजनाओं का लाभ

गर्भवती और प्रसूताओं को योजनाओं का लाभ मिलने पर संशय

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health Department

सरकार भले ही गर्भवती और प्रसूताओं को योजनाओं का लाभ दिलाने की बात कहे, लेकिन जिले में 68 फीसदी गर्भवती महिलाओं के राशन कार्ड व 32 फीसदी के भामाशाह कार्ड नहीं बने हैं। अस्पतालों में एएनसी पंजीयन के दौरान इनकी जानकारी उपलब्ध नहीं होने से इन महिलाओं को योजना का लाभ मिलने पर संशय है।

बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं के पास आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, राशन कार्ड और बैंक अकाउन्ट नम्बर का नहीं होना योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर सवाल उठा रहे हैं। जननी सुरक्षा, राजश्री आदि योजनाओं में लाभ के लिए आधार, भामाशाह, बैंक अकाउन्ट और राशन कार्ड जरूरी है।

47,957 गर्भवतियों का पंजीयन
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में एक अप्रेल, 2017 से 13 मार्च, 2018 तक चिकित्सा संस्थानों में 47 हजार 957 गर्भवती महिलाओं ने एएनसी पंजीयन करवाया है। इनमें से महज 15 हजार 103 गर्भवती महिलाओं ने अपने पास राशन कार्ड होने की जानकारी दर्ज करवाई है।

वहीं 32 हजार 431 गर्भवती महिलाओं ने भामाशाह कार्ड और 38 हजार 740 गर्भवतियों ने अपने बैंक अकाउन्ट की जानकारी दी है। आधार कार्ड होने की जानकारी 41 हजार 423 गर्भवतियों ने दी है।

पीबीएम की स्थिति खराब
संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के एएनसी पंजीयन में आधार, भामाशाह कार्ड, राशन कार्ड और बैंक अकाउन्ट की जानकारी बहुत कम है। जानकारी के अनुसार अप्रेल-2017 से 13 मार्च, 2018 तक पीबीएम अस्पताल में 10,256 गर्भवती महिलाओं ने एएनसी पंजीयन करवाया है। इनमें महज 256 गर्भवतियों ने अपने पास राशन कार्ड होने की जानकारी दी है।

वहीं 4719 गर्भवतियों ने भामाशाह कार्ड, 7165 गर्भवतियों ने बैंक अकाउन्ट तथा 8450 ने आधार कार्ड की जानकारी दी है। उधर, शहरी डिस्पेंसरियों में 12952 गर्भवती महिलाओं ने पंजीयन करवाया, जबकि राशन कार्ड की जानकारी महज 365 ने ही दर्ज करवाई है।

नहीं मिल रहा लाभ
एएनसी पंजीयन से लेकर प्रसव तक महिलाओं के आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, राशन कार्ड और बैंक अकाउन्ट की जानकारी नहीं होने से सैकड़ों महिलाओं को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए महिलाएं आए दिन चिकित्सा संस्थानों से लेकर स्वास्थ्य भवन तक चक्कर लगाती रहती है। बंद हो चुकी शुभलक्ष्मी योजना का लाभ भी अब तक कई बेटियों को नहीं मिल पाया है। राजश्री योजना के लाभ से भी बेटिया वंचित हैं।

शत-प्रतिशत के प्रयास
एएनएसी पंजीयन के दौरान गर्भवती महिलाओं की ओर से दी जाने वाली आधार कार्ड, राशन कार्ड, भामाशाह कार्ड और बैंक अकाउन्ट की जानकारी में सुधार हो रहा है। सभी प्रसूताओं को योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले, इसके लिए प्रयास चल रहे हैं।
सुशील कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनआरएचएम बीकानेर